पटना के घाटों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंगा, दियारे में लोगों के घरों में घुसा पानी
पटना के गंगा घाटों पर जल स्तर में बढ़ोतरी हो चुकी है. प्रमुख घाटों पर यह खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. शनिवार शाम छह बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक गंगा का मनेर में खतरे का निशान 52 मीटर है, यह यहां 52.16 मीटर के जलस्तर के साथ बह रही थी.
पटना. पटना के गंगा घाटों पर जल स्तर में बढ़ोतरी हो चुकी है. प्रमुख घाटों पर यह खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. शनिवार शाम छह बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक गंगा का मनेर में खतरे का निशान 52 मीटर है, यह यहां 52.16 मीटर के जलस्तर के साथ बह रही थी. दीघा घाट में खतरे का निशान 50.45 मीटर है, यह यहां 50.26 मीटर जलस्तर के साथ बह रही थी.
गांधी घाट पर खतरे का निशान से ऊपर गंगा
गांधी घाट पर खतरे का निशान 48.60 मीटर है, शनिवार शाम छह बजे यहां गंगा का जलस्तर 49.10 मीटर था. फतुहा के कटेयाघाट पर खतरे का निशान 47 मीटर है, यहां यह 47.50 मीटर के साथ बह रही थी. वहीं हाथीदह में खतरे का निशान 41.76 मीटर है, यहां इसका जलस्तर 42.21 मीटर था. प्रशासन ने लोगों से पटना में गंगा घाटाें पर तैरने से मना किया है. सभी घाटों पर चौकसी बढ़ा दी गयी है.
बिंद टोली के 200 घरों में पहुंच गया गंगा का पानी
गंगा का जल स्तर फिर बढ़ने लगा है. शनिवार को कुर्जी बिंद टोली का आंशिक भाग भी डूब गया. वहीं, अशोक राजपथ पर कुर्जी मोड़ के पार गंगा की तरफ जाने वाले रास्ते पर पानी भर रहा है. नकटा दियारा के भागीरथ मुखिया ने बताया कि बिंद टोली में लगभग 200 घर पानी भरने से प्रभावित हुए हैं. वहीं नकटा दियारा में लगभग 2000 घर हैं. यहां भी स्थिति ठीक नहीं है. गांव में कई जगहों पर पानी भर आया है. थोड़ी और स्थिति बिगड़ी तो घरों में पानी भर जायेगा और लोगों को पलायन करना पड़ेगा.
पशुओं के लिए चारा उपलब्ध नहीं
फिलहाल प्रशासन की ओर से नाव और पशुओं के लिए चारा उपलब्ध नहीं कराया गया है. वहीं अखिल भारतीय बाढ़, सुखाड़ और कटाव पीड़ित संघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम भजन सिंह यादव ने कहा कि गंगा के बाढ़ का पानी पटना जिले के मोकामा, पंडारक, बाढ़, बख्तियारपुर, खुसरूपुर, फतुहा, पटना सदर, दानापुर, मनेर के दियारा में पड़ने वाले सभी पंचायतों के गांवों में प्रवेश कर गया है.
दानापुर, मनेर में भी दिक्कत
दानापुर प्रखंड का पुरानी पानापुर, मानस नया पानापुर, कासिम चक, हेतानपुर, गंगहारा, पतलापुर पंचायतों की तीन लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित हो रही है. इन पंचायतों के लाखों लोग सुरक्षित स्थान की ओर अभी दियारा में ही पलायन कर रहे हैं. मनेर प्रखंड के कित्ता चौहट्टर मध्य,पूर्वी ,और पक्षमी, मंगरपाल पंचायत, सुअर मरवा आदि अन्य पंचायतों में बाढ़ की स्थिति है. मनेर में गंगा नदी के साथ सोन नदी के जल स्तर में भी तेजी से बढ़ोतरी जारी है.