बक्सर. बक्सर में गंगा खतरे का निशान पार गयी है. जिस कारण गंगा समेत सहायक नदी कर्मनाशा के जल स्तर में बढ़ोत्तरी का सिलसिला जारी है. रविवार की अपराह्न 11 बजे तक गंगा का जल स्तर खतरे का निशान 60.32 मीटर को पारकर 60.38 मीटर तक पहुंच गया. गंगा का जल स्तर एक सेंटीमीटर प्रति घंटा जारी था. जिस कारण कई रिहायशी इलाकों में पानी घुस गया है. जिस कारण शहर के छूमंतर गली व बाइपास रोड स्थित नहर किनारे घरों में बाढ़ घुस गया है.
खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंगा के जल स्तर से जिला के सिमरी, चौसा, ब्रह्मपुर, चक्की और बक्सर प्रखंड के कई गांव बाढ़ के पानी से घिर गये है. लिहाजा गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर से प्रभावित इलाकों के लोगों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. उफनाई गंगा का पानी बक्सर शहर के कई रिहायशी इलाकों की ओर बढ़ने लगा है. सारिमपुर, मझरिया और अहिरौली में रहने वाले बाढ़ की त्रासदी से बेहाल है. शहर के संगमेश्वर मंदिर, जेल रोड स्थित शंकर मंदिर पानी से चारो तरफ से घिर गया है.वही अब गंगा का पानी कर्बला समेत सेंट्रल के चहारदिवारी से टकरा रही है. लोगों के आने-जाने का रास्ता डूब गया है.
वही जलगांवा,गोविंदपुर, चक्रहंसी समेत गंगा के तटीय इलाकों में रिहायशी कॉलोनियां में रहने वाले सैकड़ों घरों में गंगा का पानी प्रवेश कर गया है. वही शहर के चरित्रवन स्थित श्मशान घाट शवदाह गृह भी पानी से घिर गया है. जिस कारण शवों का अंत्येष्टि करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.गंगा का जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर बहने के कारण दियरा इलाके के लोगों का पलायन जारी है. इसके साथ ही साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को अब राशन, पेयजल, आवागमन और चिकित्सा सहित तमाम दिक्कतों से जूझना पड़ रहा है. इन इलाकों में रहने वाले लोग बाढ़ की त्रासदी से बेहाल है