Bihar Flood: मुंगेर के कई गांवों में घुसा गंगा नदी का पानी, ऊंचे जगहों की ओर पलायन करने लगे लोग

मुंगेर में गंगा खतरे के निशान की ओर तेजी से बढ़ रही है. यहां खतरे के निशान से मात्र 78 सेंटीमीटर नीचे गंगा बह रही है. लेकिन लोगों की परेशानी शुरू हो गयी है. गहराते संकट को देख कर लोग गांव-घर छोड़ने लगे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | August 29, 2022 1:07 PM

मुंगेर में गंगा खतरे के निशान की ओर तेजी से बढ़ रही है. यहां खतरे के निशान से मात्र 78 सेंटीमीटर नीचे गंगा बह रही है. लेकिन लोगों की परेशानी शुरू हो गयी है. गहराते संकट को देख कर लोग गांव-घर छोड़ने लगे हैं. दियारा क्षेत्र में जहां दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है, वहीं दूसरी ओर ग्रामीण सड़कें भी पानी में डूब गयी हैं. इस कारण लोगों की आवागमन में काफी परेशानी हो रही है. इतना ही नहीं बाढ़ के पानी से दियारा व चौर क्षेत्र के हजारों एकड़ में लगी मक्का सहित अन्य फसल डूब गयी है. सब्जी की खेती पूरी तरह से बर्बाद हो गयी. चौर क्षेत्र में लगी धान की फसल भी डूब गयी है.

खतरे के निशान से 78 सेंटीमीटर नीचे बह रही गंगा

रविवार को भी गंगा के जल-स्तर में बढ़ोतरी जारी रही. गंगा रौद्र रूप में दिख रही है. बताया जाता है कि पिछले 24 घंटे में लगभग 15 सेंटीमीटर जल-स्तर में वृद्धि हुई. अब खतरे के निशान 39.33 मीटर से मात्र 78 सेंटीमीटर पानी नीचे बह रहा है. वर्तमान में गंगा का जल-स्तर 38.55 पर पहुंच गया है. केंद्रीय जल आयोग मुंगेर की मानें तो कल सुबह तक गंगा का जल-स्तर प्रति दो घंटे पर एक सेंटीमीटर बढ़ रहा था. प्रयागराज का पानी मुंगेर पहुंच गया है और वहां पानी बढ़ रहा है. जल-स्तर तेजी भी बढ़ने की संभावना है. यही रफ्तार रही तो दो से तीन दिनों में पानी खतरे के निशान को पार कर जायेगा.

दर्जनों गांवों में घुसा बाढ़ का पानी

सदर प्रखंड की तीन पंचायत कुतलुपुर, जाफरनगर तथा टीकारामपुर एवं बरियारपुर प्रखंड के गंगा पार के झौवा बहियार तथा हरिणमार पंचायत के 100 से अधिक गांव टापू में तब्दील हो गये हैं. जाफरनगर पंचायत का सीताचरण गांव तथा कुतलुपुर पंचायत का परोरा टोला बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित है. जमीनडिगरी में भी पानी घुस गया है. कुतलुपुर के ही बाबू मधुसूदन सिंह टोला, बानो सिंह टोला, राम सिंह टोला में पानी घुस आया है. जबकि सदर प्रखंड के चंडिका स्थान के पास बसे टीकारामपुर गांव में पानी घूस गया है. नौवागढ़ी उत्तरी पंचायत के सीताकुंड डीह व चड़ौन गांव तक बाढ़ का पानी पहुंच गया है. हालांकि पानी से कोई नुकसान नहीं है. लेकिन गांव से निकलना लोगों के लिए मुश्किल हो गया. इधर लोग सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए बड़ी संख्या में गांव से निकलने लगे हैं. अपने खर्च पर निजी नाव कर लोग सुरक्षित स्थानों की तरफ कूच कर रहे है.

मुख्य सड़क से संर्पक हुआ भंग

इधर, बरियारपुर में भी पानी ने लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया है. कई गांवों में जहां पानी घुस गया है. वहीं दूसरी ओर कई गांवों का संपर्क भी मुख्य सड़क से भंग हो गया है. हजारों एकड़ में लगी फसल बर्बाद : सदर प्रखंड, बरियारपुर प्रखंड का बड़ा भू-भाग दियारा क्षेत्र में है. जहां खेती कर हजारों परिवार अपना भरण-पोषण कर रहे हैं. दियारा क्षेत्र में सब्जी के साथ ही मक्के का फसल लगी है, जो बाढ़ के पानी में डूब गयी है. हजारों एकड़ में लगी मक्के के फसल की बर्बादी शुरू हो गयी है. जबकि सब्जी की खेती पूरी तरह से बर्बाद हो गयी. सदर प्रखंड में सैकड़ों एकड़ खेत में लगी खरीफ फसल भी पानी में डूब चुकी है.

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