सिमरिया तीर्थ में नहीं रुका गंगा विलास क्रूज, हाथ में फूल लेकर खड़े रह गये अधिकारी व विधायक
स्थानीय विधायक समेत बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता विदेशी सैलानियों के स्वागत के लिए वहां मौजूद थे. सुबह आठ बजे से क्रूज का इंतजार कर रहे लोगों को उस वक्त निराशा हाथ लगी जब 11 बज कर 10 मिनट पर क्रूज पहुंचा सिमरिया पहुंचा, लेकिन बिना रुके ही मुंगेर के लिए बढ़ गया.
बेगूसराय. काशी से चला एमवी गंगा विलास क्रूज बुधवार की सुबह 11 बज कर 10 मिनट पर सिमरिया के गंगा तट से गुजरा. दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज के आगमन को लेकर जिला प्रशासन ने यहां खास तैयारी कर रखी थी. स्थानीय विधायक समेत बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता विदेशी सैलानियों के स्वागत के लिए गंगा तट पर मौजूद थे. सुबह आठ बजे से क्रूज का इंतजार कर रहे लोगों को उस वक्त निराशा हाथ लगी जब 11 बज कर 10 मिनट पर क्रूज सिमरिया पहुंचा, लेकिन बिना रुके ही मुंगेर के लिए बढ़ गया. हाथों में गुलाब थामे जिले के अधिकारियों और भाजपा कार्यकर्ताओं को महज इस बात से संतोष करना पड़ा कि क्रूज पर सवार सैलानियों ने नदी किनारे खड़े इन लोगों को देखकर हाथ हिलाकर अभिवादन किया.
जिला प्रशासन ने कर ली थी स्वागत की पूरी तैयारी
बताया जाता है कि क्रूज के सिमरिया में ठहरने की बात कही गयी थी, लेकिन अधिकारी व भाजपा नेता को स्वागत का मौका नहीं मिला. विदेशी सैलानियों के सिमरिया तीर्थ में आगमन को लेकर जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली थी. मंगलवार को तैयारियों का जायजा लेने खुद डीएम रोशन कुशवाहा आये थे. इस दौरान डीएम ने गंगा तट की साफ-सफाई, स्वागत के लिए बैनर, बैरिकेडिंग सहित अन्य सुविधाओं को लेकर आवश्यक निर्देश दिये थे. बुधवार को जिला प्रशासन के लोग और भाजपा कार्यकर्ता फूल लेकर विदेशी सैलानियों के स्वागत में सुबह आठ बजे से खड़े थे. क्रूज सिमरिया तीर्थ पंहुचा तो तट पर स्वागत में खड़े लोगों को लगा कि जहाज अब रुकेगा, लेकिन जहाज बिना रुके आगे बढ़ गया. हालांकि, क्रूज पर बैठे विदेशी सैलानियों ने हाथ हिलाकर बाय-बाय किया.
भाजपा ने बिहार सरकार पर लगाया आरोप
इधर, गंगा किनारे जमा तमाम लोग मायूस होकर लौटे, उधर इसपर राजनीति भी शुरू हो गयी. सांसद प्रतिनिधि अमरेंद्र कुमार अमर ने क्रूज के सिमरिया में नहीं ठहरने के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि गंगा विलास क्रूज बिहार सरकार की साजिश का शिकार हुआ है. सिमरिया तीर्थ के विकास को रोकने वाली शक्तियों ने क्रूज को यहां नहीं रुकने दिया. सिमरिया को एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का प्रयास हो रहा था, जिसे राज्य सरकार में बैठे लोगों ने एक साजिश के तहत रोकने का प्रयास किया है. यह निंदनीय है.