पटना. धीरे-धीरे गंगा का पानी शहर के करीब आता जा रहा है. गांधी घाट में तो गंगा घाट को पार कर गयी है. हालांकि, पानी बढ़ने की गति काफी धीमी है. लेकिन, खतरा बरकरार है. मंगलवार को पटना शहर से सटे दीघा और गांधी घाट पर गंगा नदी का जल स्तर 16-17 सेंटीमीटर तक बढ़ गया.
दीघा घाट में मंगलवार को जल स्तर 51.02 मीटर था, जबकि सोमवार यह 50.86 मीटर था. यहां 16 सेंटीमीटर जल स्तर बढ़ा है. इसी प्रकार गांधी घाट पर जल स्तर सोमवार को 49.59 मीटर था, लेकिन मंगलवार को यह 49.76 मीटर हो गया.
यहां 17 सेंटीमीटर जल स्तर बढ़ा है. इस तरह से हर दिन गंगा के जल स्तर में 14 से लेकर 17 सेंटीमीटर तक का इजाफा हो रहा है. दानापुर में सीमेंट का बनाया गया श्मशान घाट डूब चुका है. गंगा नदी दानापुर से लेकर फतुहा तक उफान मार रही है.
हालत यह है कि पटना से गायघाट तक बने 17 स्लुइस गेट को बंद कर दिया गया है और संप हाउस की मदद से शहर के पानी को गंगा नदी में डाला जा रहा है. जल संसाधन विभाग के दीघा के कार्यपालक अभियंता राजेश कुमार ने बताया कि जल स्तर धीरे-धीरे बढ़ रहा है, लेकिन स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है. हर घाट पर बालू के बोरे रख दिये गये हैं और दिन भर जल स्तर पर निगाह रखी जा रही है.
पुनपुन नदी के जल स्तर में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है. इस नदी से जुड़े सात जगहों पर जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर है. इन जगहों में किंजर, चेक सकरैचा, चेन पुनपुन, पुनपुन पुराना पुल फतुहा, श्रीपालपुर, गौरीचक सड़क पुल, पुनपुन रेल पुल शामिल हैं.
किंजर में जल स्तर 65.53 मीटर, चेक सकरैचा में 52.71 मीटर, चेन पुनपुन में 52.25 मीटर, पुनपुन पुराना पुल फतुहा में 48.20 मीटर, श्रीपालपुर में 51.91 मीटर, गौरीचक सड़क पुल में 51 मीटर व पुनपुन रेल पुल में 52.15 मीटर हो चुका है.
सोन नद दो जगहों पर खतरे के निशान से ऊपर है. मनेर व देवनानाला में जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर है. मनेर में जल स्तर 52.56 मीटर और देवनानाला में 51.43 मीटर हो चुका है.
डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि शहर में फिलहाल गंगा का पानी घुसने की स्थिति नहीं है. लेकिन, फिर भी सारी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं. गंगा के पानी को रोकने के लिए सुरक्षा दीवार के पास बालू के बोरे रखे गये हैं.
अभी जिले में एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की एक-एक टीम है. उन्हें अलर्ट पर रखा गया है. हर घाट पर जल स्तर के घटने-बढ़ने की मॉनीटरिंग हो रही है.
Posted by Ashish Jha