PHOTOS: पटना में दिखने लगा निगमकर्मियों की हड़ताल का असर, बारिश में भीगने से सड़ने लगा कूड़ा
पटना में शुक्रवार को निगम कर्मियों के हड़ताल का व्यापक असर दिखा. शहर की सड़कों पर जहां तहां कचरा फैला हुआ दिखा. वहीं शुक्रवार को शहर में बारिश भी हुई जिससे कचरा सड़ने लगा और दुर्गंध देने लगा है.
शुक्रवार को दूसरे दिन पटना नगर निगम कर्मियों की हड़ताल का अधिक असर दिखा. कूड़ा का ठीक से उठाव नहीं होने के कारण शहर में कई जगह इनका ढेर लगा दिखा और कूड़ा प्वाइंट के आसपास भी ये बिखरे दिखे. मीठापुर सब्जी मंडी पर सड़ी-गली सब्जी और कचरे का ढेर दिखा. न्यू मार्केट में भी फ्लाइओवर के नीचे पार्किंग वाली जगह में और सड़क किनारे कचरे बिखरे दिखे. यारपुर फ्लाइओवर के नीचे गोरियामठ की ओर जाने वाली सड़क किनारे भी ये फैले दिखे और बारीपथ में पटना कॉलेजिएट स्कूल के पास भी इनका ढेर दिखा जिसे देखकर लग रहा था कि गुरुवार से ही यहां कूड़ा का उठाव नहीं हुआ है. बंकीपुर दीघा रोड मे दुजरा के पास और एग्जीबिशन रोड में चौराहा के पास ऐसी ही स्थिति दिखी. बारिश की पानी और उससे होने वाले जलजमाव में भीगने से कई जगह ये सड़ने भी लगे. इससे उठने वाली बदबू से न केवल आसपास रहने वाले लोग परेशान दिखे बल्कि ऐसे स्थलों से गुजरने वाले लोगों को भी सड़क किनारे फैली गंदगी और दुर्गन्ध से परेशानी महसूस हो रही थी.
सड़क पर डाल दिया तीन ट्रक कचरा
हड़ताली निगमकर्मियों ने सीडीए बिल्डिंग के पास सड़क पर तीन ट्रक कचरा गिरा दिया और गाड़ी लेकर निकल गये. इसके कारण कुछ समय के लिए वहां वाहनों के आने जाने में भी परेशानी हुई और जाम लगने लगा. बाद में निगमकर्मियों ने उसे ट्रक से उठाया. चाणक्या होटल के पास भी एक जगह इसी तरह ट्रक से सड़क किनारे कचरा डाल दिया गया.
कुछ वार्डों में अधिक तो कुछ में कम दिखा असर
दूसरे दिन निगम कर्मियों की हड़ताल का कुछ वार्डों में अधिक तो कुछ में कम असर दिखा. अधिक असर वाले क्षेत्रों में वार्ड संख्या 46 के अंतर्गत आने वाला भूतनाथ रोड, एचआइजी और एमआइजी, वार्ड 40 के अंतर्गत आने वाले सब्जीबाग मोहल्ले के क्षेत्र, वार्ड 36 के अंतर्गत आने वाले लोहानीपुर के क्षेत्र, पोस्टल पार्क और आसपास का वार्ड 31 का क्षेत्र, पाटलिपुत्रा अंचल में दीघा में सेंट माइकल स्कूल के आसपास आने वाले वार्ड 22 ए का क्षेत्र, राजीव नगर और राजवंशी नगर के वार्ड 22 के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र रहे.
ड्रेनेज पंपिंग स्टेशन पर भी दिखी कम उपस्थिति
निगम कर्मियों की हड़ताल का शहर के 50 ड्रेनेज पंपिंग स्टेशनों पर भी असर दिखा और वहां कर्मियों की उपस्थिति 20 से 30 फीसदी तक कम दिखी. इसका वहां के कामकाज पर हल्का असर दिखा.
असमाजिक तत्वों एवं उपद्रवियों पर रखी जा रही सीसीटीवी से नजर
नगर निगम ने दावा किया है कि शहर में पटना स्मार्ट सिटी द्वारा लगाए गए सीसीटीवी कैमरे से न केवल सफाई व्यवस्था की मॉनिटरिंग की जा रही है बल्कि सफाई कार्य में बाधा पहुंचाने वाले उपद्रवियों को भी चिन्हित किया जा रहा है.
सफाई कर्मियों से मारपीट करने वालों पर दर्ज करवायी गयी थाने में शिकायत
सीसीटीवी कैमरे की सहायता से ही बीते रात नूतन राजधानी अंचल में जीपीओ गोलंबर के पास सफाई कार्य में बाधा पहुंचाने वाले कर्मी चिन्हित किये गये एवं उन पर कार्रवाई की गई. यह सभी रात्रि कार्य में बाधा पहुंचा रहे थे और सफाई कर्मियों से मारपीट कर रहे थे. उनके खिलाफ स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज करवाई गई.
हड़ताली निगमकर्मियों ने किया मौर्य लोक में प्रदर्शन और आमसभा
हड़ताली निगमकर्मियों ने मौर्य लोक में प्रदर्शन और आमसभा किया. सभा को संबोधित करते हुए पटना नगर निगम कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति के अध्यक्ष चन्द्रप्रकाश सिंह ने कहा कि नगर निगम आयुक्त द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था की बात करना इस बात को परिलक्षित करता है कि हड़ताल शत प्रतिशत सफल है. दैनिक कर्मियो के नियमतीकरण में तत्कालिक अड़चन है तो तत्काल समान काम का समान वेतन ही लागू कर दिया जाये. समाप्त किये गये पदों की पुनर्बहाली का रास्ता बनाया जाये. सम्मानजनक समझौता तक हड़ताल जारी रहेगा.
कार्यकारी अध्यक्ष रामजतन प्रसाद ने कहा कि प्रशासन जितना भी दमनात्मक कार्रवाई करेगा, आंदोलन उतना ही सशक्त होगा. संयोजक नन्दकिशोर दास ने कहा कि दुकान में भी काम करने वाले मजदूरों को रविवार को छुट्टी रहती है, लेकिन नगर निगम के दैनिक कर्मियों के लिये कोई छुट्टी नहीं है. सभा का संचालन करते हुए सह संयोजक मंगल पासवान ने कहा कि एक तरफ नगर आयुक्त कहते हैं कि इन्हीं कर्मियों के बल पर पटना नगर चकाचक है और इस बार जल जमाव भी नहीं हुआ. दूसरी तरफ उनपर दमनात्मक कार्रवाई कर रहे हैं.
प्रवक्ता जितेन्द्र कुमार ने कहा कि गुरुवार रात में डेढ़ बजे कंकड़बाग अंचल से रितेश को निगम प्रशासन उठा लिया, लेकिन मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी ने जमानत देकर साबित कर दिया कि नगर निगम प्रशासन निगमकर्मियों के साथ अमानवीय व्यवहार कर रहा है. हड़ताल होने के पहले ही 107 का मुकदमा दायर करना प्रशासन के हताशा को परिलक्षित करता है.