Health Tips: बिहार में गर्मी के तेवर सख्त हो गए हैं. सुबह 8 बजे के बाद ही तेज धूप निकल रही है और शाम चार बजे तक भी लोगों को तेज धूप से राहत नहीं मिलती दिख रही है. डॉक्टरों की माने तो तेज धूप में निकलना स्वास्थ्य के लिये काफी हानकारक है. तेज धूप में चलने से लू लगने की आशंका सबसे अधिक होती है. गर्मी में बाहर निकलने से पहले कुछ उपाय करना जरूरी है, जिससे गर्मी से बचाव हो सके.
बच्चों को सुरक्षित रखने की सलाह
मौसम विभाग ने 22 अप्रैल से तापमान में और वृद्धि की आशंका जतायी है. ऐसे में डॉक्टरों की सलाह है कि बच्चों को कड़ी धूप व गर्म हवा में भेजने से पहले पूरी सावधानी बरतें. शरीर में पानी की कमी से बच्चे डिहाइड्रेशन के शिकार हो रहे हैं.
बच्चों को धूप से बचाएं, खसरा व डायरिया का दिलाएं टीका
सरकारी व निजी अस्पतालों में एलर्जी, डायरिया, आंखों में जलन, सर्दी, खांसी, बुखार, सिर व शरीर में दर्द समेत अन्य बीमारी से पीड़ित बच्चों की संख्या बढ़ी है. जेएलएनएमसीएच भागलपुर के शिशुरोग विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ आरके सिन्हा ने बताया कि खसरा समेत डायरिया का टीका रोटा वायरस का टीका दिलायें. बच्चों को धूप से बचायें. धूल के कारण एलर्जी की शिकायत हो रही है. अधिक दस्त होने पर ओआरएस का घोल पिलायें. डॉक्टरों से संपर्क करें.
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गर्भवती महिलाओं को गर्भपात का खतरा..
उत्तर बिहार अप्रैल-जून की अवधि में अत्यधिक गर्मी का सामना कर रहा है.तमिलनाडु में अक्टूबर 2023 में रिपोर्ट प्रकाशित हुई थी. उसमें पाया गया कि अत्यधिक गर्मी में काम करने से गर्भवती महिलाओं में गर्भपात का खतरा दोगुना से अधिक हो जाता है. गर्मी आम तौर पर प्रतिकूल गर्भावस्था और प्रसव जोखिम को बढ़ाती है. गर्मी लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर डाल रही है.
बरतें ये सावधानी…
- अति आवश्यक न हो तो दोपहर में घर बाहर न निकलें
- यथासंभव सूती और हल्के रंग के कपड़े पहनें
- थोड़े-थोड़े अंतराल पर पानी पीते रहें.
- यथासंभव पानी में ग्लूकोज डालकर पियें.
- हल्का व थोड़ा भोजन खाएं, भोजन थोड़ी-थोड़ी मात्रा में कई बार खाएं
- बासी भोजन कदापि न खाएं
- तेज धूप में बच्चों को खेलने के लिए बाहर न जाने दें
- बाहर जाते समय सिर पर टोपी, गमछा या छाता लेकर जायें
लू लगने पर करें ये उपाय..
- लू लग जाने पर तौलिया या गमछा को ठंडे पानी में भिगो कर सिर पर रखें
- पूरे शरीर को बार-बार पोछते रहें, जिससे शरीर का तापमान बढ़ने नहीं पाए
- आम का पन्ना, सत्तू का घोल एवं नारियल का पानी पीएं
- ओआरएस एवं ग्लूकोज भी पीयें
- ताजा बनी दाल का पानी, चावल के माड़ में थोडा सा नमक मिलाकर पिलाना बच्चों के लिए लाभदायक होगा
- गंभीर स्थिति होने पर तुरंत नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराएं