केंद्र सरकार की आत्मनिर्भर भारत मुहिम के सच्चे अग्रदूत बनें गौरव, लोगों को रोजगार देना उनका लक्ष्य
केंद्र सरकार (Central Government) की आत्मनिर्भर भारत मुहिम के तहत आज देश में कई ऐसे आत्मनिर्भर उद्यमी है, जिन्होंने अपनी सोच और अपने सकारात्मक रवैया से दूसरे हजारों लोगों की सोच को बदलने में एक अहम भुमिका निभाई है. उन्ही में से एक हैं कटिहार में रहने वाले युवा उद्यमी गौरव.
गौरव ने अपनी नई सोच के साथ कटे हुए बालों का व्यवसाय शुरू किया था. आज वह न केवल खुद अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं, बल्कि 50 लोगों को रोजगार देकर उनका चूल्हा भी चला रहे हैं. कटिहार में रहने वाले युवा उद्यमी गौरव जिनकी सफलता की कहानी आज देश ही नहीं बल्कि चीन, बांग्लादेश जैसे दूसरे देशों में भी गूंज रही है. गौरव ने भारत सरकार के आत्मनिर्भर भारत अभियान की अच्छी मिसाल पेश की है.
50 से अधिक महिलाओं को दिया रोजगार
युवा उद्यमी गौरव भारत सरकार के आत्मनिर्भर भारत के सच्चे अग्रदूतों में से एक हैं. गौरव कटे हुए बालों का कारोबार करते हैं. उनका यह कारोबार बिहार से शुरू जरूर हुआ था, लेकिन आज वह सिर्फ बिहार में ही सीमित नहीं है बल्कि देश के कई राज्यों में उनका कारोबार फैला हुआ है. उन्होंने अपने इस कारोबार में 50 से अधिक महिलाओं को भी जोड़ रखा है. भविष्य में वह इस कारोबार को और बड़ा रूप देना चाहते हैं और अच्छा मुनाफा भी कमाना चाहते हैं. उनका मानना है कि व्यवसाय के फैलने से बड़ी तादाद में लोगों को रोजगार मिलेगा.
देश और विदेशों में करते हैं एक्सपोर्ट
गौरव कटिहार के सुदूर इलाके पोठिया बाजार के रहने वाले हैं. आज उनका कटे बालों का व्यापार बिहार के अलावा झारखंड, असम, उत्तर प्रदेश में भी फैला हुआ है. वह इन सभी राज्यों से कटे हुए बालों को खरीद कर कोलकाता में अपने पार्टनर के जरिए उसे चीन और बांग्लादेश के साथ-साथ कई अन्य देशों में एक्सपोर्ट करने का काम करते हैं. बीते 5 सालों से गौरव इस कारोबार से जुड़े हुए हैं.
बिहार के अलावा और कई राज्यों में फैलाया कारोबार
गौरव के अनुसार एक बार वह कोलकाता घूमने गए थे. इसी दौरान गौरव इस व्यवसाय से रू ब रू हुए. इसके बाद वह कटिहार आकर अपने जिला और फिर पूरे बिहार में इस काम की शुरुआत करने की ठानी वह बिहार के साथ ही झारखंड, उत्तर प्रदेश और असम में भी इस कारोबार को फैला चुके हैं.इस व्यापार में वह अपने कर्मियों के माध्यम से ब्यूटी पार्लर से किलो के हिसाब से कटे हुए बालों को खरीद लेते हैं और वैश्विक स्तर पर इसका कारोबार करते हैं।
लोगों को रोजगार देना ही गौरव का लक्ष्य
गौरव ने इस कारोबार की फैक्ट्री पोठिया स्थित अपने आवास पर ही लगा रखी है, जहां वह खरीदे हुए बालों की साफ सफाई कर उसे कोलकाता भेजते हैं. फिर कोलकाता से इसे उचित दरों पर विदेश भेजा जाता है. सबसे बड़ी बात यह है कि गौरव इस व्यपार से कई लोगों को रोजगार दे रहे हैं. युवा उद्यमी इस कारोबार को और विशाल रूप देते हुए अच्छा मुनाफा कमाने के साथ-साथ बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार देने की योजना भी बना रहे हैं. बेरोजगार लोगों को रोजगार देना ही युवा उद्यमी गौरव का लक्ष्य है.