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Gaya: पितृ पक्ष मेले के दौरान डेंगू संक्रमण को लेकर प्रशासन अलर्ट, अस्पतालों में रखी जा रही विशेष निगरानी

गया जिला के सभी पीएचसी में डेंगू मरीजों के लिए दो-दो बेड आरक्षित किये गये हैं. अनुमंडल व जिला अस्पतालों में पांच-पांच बेड व मगध मेडिकल में 96 बेड आरक्षित किये गये हैं.

By Anand Shekhar | September 20, 2023 7:57 PM

गया जिले के सभी अस्पतालों में डेंगू व चिकेनगुनिया को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है. सभी अस्पतालों में कर्मचारियों व डॉक्टरों को अलर्ट मोड में रखा गया है. स्वास्थ्य विभाग को पितृपक्ष मेले के दौरान संक्रमण के संभावित खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग पहले से निबटने की सारी तैयारी में जुट गया है. हर जगह लार्वा मारने की दवा छिड़काव व फॉगिंग करायी जा रही है. अस्पतालों में एक भी डेंगू या चिकेनगुनिया संक्रमण के लक्षण दिखते ही उनका टेस्ट कराया जा रहा है.

मैनुअल जांच की तैयारी की जा रही

टेस्ट की संख्या को बढ़ाने के लिए मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मगध मेडिकल में जांच के दौरान मैनुअन जांच करने की बात कही थी. इसके बाद यहां मैनुअल जांच की तैयारी की जा रही है. स्वास्थ्य डीपीएम नीलेश कुमार ने बताया कि मगध मेडिकल व जेपीएन हॉस्पिटल में एलाइजा टेस्ट की व्यवस्था की गयी है. पीएचसी व अनुमंडल अस्पतालों में रैपिड किट से जांच की जा रही है. पीएचसी व अनुमंडल अस्पताल में थोड़ा भी मरीज गंभीर दिखता है, तो उसे तुरंत ही मगध मेडिकल या जिला अस्पताल रेफर करने का निर्देश पहले से ही दिया गया है. रेफर मरीज को लाने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था हर जगह दी जा रही है.

सभी अस्पतालों में 154 बेड आरक्षित

डीपीएम ने बताया कि जिला के सभी पीएचसी में डेंगू मरीजों के लिए दो-दो बेड आरक्षित किये गये हैं. अनुमंडल व जिला अस्पतालों में पांच-पांच बेड व मगध मेडिकल में 96 बेड आरक्षित किये गये हैं. उन्होंने बताया कि अस्पतालों के बेडों पर मेडिकेटेड मच्छरदानी की व्यवस्था की गयी है. जिला में अब गंभीर मरीजों का भी इलाज संभव हो पा रहा है. इन मरीजों को प्लेटलेट्स चढ़ाने की जरूरत होने पर मगध मेडिकल के ब्लड सेपरेशन यूनिट से उपलब्ध कराया जा रहा है. दवा के साथ डॉक्टरों की उपलब्धता हर जगह है. मरीजों को ध्यान दिया जा रहा है कि किसी को कोई परेशानी नहीं हो.

निकायों से लेकर गांव तक किया जा रहा छिड़काव व फॉगिंग

अब तक ज्यादातर संक्रमितों की हिस्ट्री बाहर का ही रहा है. लेकिन, हाल के दिनों में स्थानीय लोग भी पॉजिटिव होने लगे हैं. इस कारण सतर्कता और बढ़ा दी गयी है. निगम की ओर से शहरी इलाका में हर दिन फॉगिंग व लार्वा मारने की दवा का छिड़काव किया जा रहा है. मगध मेडिकल में खुद ही यह व्यवस्था अस्पताल प्रशासन की ओर से की गयी है. इतना ही नहीं मगध मेडिकल के डेंगू वार्ड में डॉक्टरों के अलावा अधीक्षक डॉ विनोद शंकर सिंह खुद ही दो बार राउंड करते हैं. डॉक्टरों ने कहा कि सतर्कता के बदौलत ही जिले में संक्रमण का रफ्तार अन्य जिलों से कम है.

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मगध मेडिकल के डेंगू वार्ड में 25 मरीज भर्ती, लगातार बढ़ रही संख्या

जिले में नौ और लोगों की रिपोर्ट बुधवार को डेंगू पॉजिटिव आयी है. सिविल सर्जन डॉ रंजन कुमार सिंह ने बताया कि मंगलवार को 60 लोगों की जांच में नौ की रिपोर्ट डेंगू पॉजिटिव आयी है. लगातार मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. उन्होंने बताया कि मगध मेडिकल अस्पताल के डेंगू वार्ड में फिलहाल 25 मरीज भर्ती हैं. इसमें 20 कंफर्म डेंगू पॉजिटिव व पांच की रिपोर्ट किट से पॉजिटिव आयी है. पांच का एलाइजा जांच के लिए सैंपल भेजा गया है. ऐसे एक मरीज की रिपोर्ट देर शाम निगेटिव आ गयी है. उसे गुरुवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी जायेगी. सिविल सर्जन ने बताया कि डेंगू व चिकेनगुनिया संक्रमण से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन व नगर निकायों की ओर से छिड़काव व फॉगिंग की जा रही है. ऐसे सभी को इससे सतर्कता बरतनी होगी.

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