शहर में सक्रिय झपट्टामार बाइक सवार गिरोह से जुड़े अपराधियों में कुख्यात भी शामिल है. मोबाइल छिनतई से ही जुड़ी एक घटना बुधवार की रात कोतवाली थाना क्षेत्र के चंद्रशेखर कॉलेज आरा मशीन के पास हुई. इस मामले में कोतवाली थाना क्षेत्र के रामधनपुर मुहल्ले के रहनेवाले सतीश कुमार और दुखहरनी मंदिर के पास रहनेवाले अभिषेक कुमार को गिरफ्तार किया गया है. यह जानकारी गुरुवार को पुलिस ऑफिस में आयोजित प्रेसवार्ता में एसएसपी आशीष भारती ने दी. एसएसपी ने बताया कि कोतवाली थाना क्षेत्र के नयी गोदाम मुहल्ले के रहनेवाले मिथुन कुमार बुधवार की रात चंद्रशेखर कॉलेज के पास से गुजर रहे थे.
इसी दौरान बाइक पर सवार दो युवकों ने उनके हाथ से मोबाइल फोन छीना और भागने लगे. पीड़ित मिथुन ने शोर मचाया. इसी दौरान अपराधियों की बाइक बंद हो गयी. तो आसपास के लोगों के सहयोग से एक अपराधी को पकड़ लिया. वहीं, दूसरा अपराधी अंधेरे का फायदा उठा कर भाग निकला. एसएसपी ने बताया कि घटनास्थल पर पहुंची कोतवाली थाने की पुलिस ने पकड़ाये युवक की पहचान रामधनपुर मुहल्ले के रहनेवाले सतीश कुमार के रूप में की गयी. उसे कोतवाली थाना लाया गया और उससे पूछताछ की गयी.
साथ ही उसकी निशानदेही पर घटनास्थल से भागनेवाले अपराधी की पहचान दुखहरनी मंदिर के पास रहनेवाले अभिषेक कुमार के रूप में किया. तब कोतवाली थानाध्यक्ष बबन बैठा के नेतृत्व में अभिषेक की गिरफ्तारी को लेकर उसके ठिकाने पर छापेमारी की गयी, तो अभिषेक को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया. साथ ही उसके कमरे से छिना गया मोबाइल फोन बरामद किया गया. एसएसपी ने बताया कि पुलिस की गिरफ्त में आये सतीश व अभिषेक का आपराधिक इतिहास खंगाला गया तो, पुलिस पदाधिकारियों को पता चला कि दोनों कुख्यात हैं. गिरफ्तार सतीश कुमार के विरुद्ध कोतवाली थाना में 29 अगस्त 2021 को रामधनपुर मुहल्ले के रहनेवाले व्यवसायी ओमप्रकाश गुप्ता ने प्राथमिकी दर्ज करायी थी.
पीड़ित ओमप्रकाश गुप्ता ने अपनी प्राथमिकी में बताया था कि उनसे 50 हजार रुपये रंगदारी मांगी गयी. रंगदारी नहीं देने पर उनके घर पर रंगदारों ने बमबारी किया और उनके घर में मौजूद बेटी व बहू की जान लेने का प्रयास किया. साथ ही रंगदारों के द्वारा उनकी हत्या करने की भी धमकी दी गयी. एसएसपी ने बताया कि पुलिस की गिरफ्त में आये अभिषेक कुमार पर हत्या का मुकदमा दर्ज है. इसके विरुद्ध कोतवाली थाने में नयी गोदाम-पहसी बेलदारी टोला के रहनेवाले राजेंद्र प्रसाद के बेटे दीपक प्रसाद ने छह अगस्त 2021 को अपने बेटे आदित्य कुमार हत्या की प्राथमिकी दर्ज करा चुके हैं.
तब पीड़ित दीपक ने अपनी प्राथमिकी में कोतवाली थाने को बताया था कि चार अगस्त 2021 को उनका बेटा आदित्य कुमार घर पर था. तब सुबह करीब सात बजे उनके बेटे को आदित्य कुमार ने बुला कर ले गया. इसके बाद उनके बेटे की हत्या कर शव को चार अगस्त 2021 की शाम करीब चार बजे एक टोटो से लाकर फेंक कर भाग गये थे. एसएसपी ने बताया कि इस हत्या को लेकर कोतवाली थाने में धारा 302 व 34 के तहत राहुल कुमार, अभिषेक कुमार, ऋषि कुमार, मोनू व मयंक के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी थी.