गया रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाने का काम शुरू, दो नई बिल्डिंग के साथ एयर कॉनकोर्स की मिलेगी सुविधा
गया रेलवे स्टेशन को world class railway station बनाया जायेगा. यहां पर डेल्हा साइड दो बिल्डिंग बनेगी जिसमें कई प्रकार की सुविधायें उपलब्ध रहेंगी.
गया रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास का रेलवे स्टेशन बनाने के लिए री-डेवलपमेंट का काम शुरू कर दिया गया है. इसको लेकर गया रेलवे स्टेशन पर डेल्हा साइड मध्य ओवरब्रिज से लेकर पटना की तरफ 100 मीटर तक एक बड़ा एयर कॉनकोर्स बनाने की मापी की गयी है. वहीं दूसरी तरफ डेल्हा साइड सेकंड इंट्री गेट बनाने का काम भी चल रह है. इसके बनने से ट्रेन के इंतजार में स्टेशन पर समय गुजारने वालों को राहत मिलेगी. इसके बनने पर करीब 9 हजार यात्री एक साथ बैठ सकेंगे. वहीं एक हजार से अधिक रेलयात्री दोनों सब-वे आवागमन कर पायेंगे. इसके साथ ही 15 सौ से अधिक रेल यात्री सात प्लेटफॉर्मों से एक बार में ट्रेन पकड़ने के लिए पहुंच सकेंगे.
गया रेलवे स्टेशन पर बनने वाला एयर कॉनकोर्स की लंबाई 80 मीटर और चौड़ाई भी 80 मीटर होगा. एयर कॉनकोर्स को कई उद्देश्यों की पूर्ति के लिए डिजाइन तैयार किया जायेगा. मध्य ओवरब्रिज से लेकर 100 मीटर के की दूरी तक कुछ शेड, दुकानों को भी हटाने पर विचार-विमर्श किया जा रहा है. हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि किसी भी सामान को बर्बाद किये हुए एयर कॉनकोर्स बनाया जाये.
किसे कहते हैं एयर कॉनकोर्स
एयर काॅनकोर्स का निर्माण रेलवे ट्रैक के ऊपर किया जाता है. इनकी लंबाई 80 से 100 मीटर तक और चौड़ाई 15 से 30 मीटर के बीच तक हो सकती है. इन पर बहु उपयोगी स्टॉल, आरामदायक कुर्सियां और किड्स जोन जैसी सुविधाएं होती हैं. यह प्रत्येक प्लेटफार्म से ट्रैवलेटर, एस्केलेटर व लिफ्ट के जरिए जुड़े होते हैं इनके नीचे से ट्रेनें गुजरती हैं. इनके ऊपर का माहौल ऐसा होता है. जैसे यात्री हवादार माहौल में बैठकर ट्रेनों का इंतजार कर रहा हो.
बिल्डिंग में क्या होंगी सुविधाएं
अधिकारियों का कहना है कि गया रेलवे स्टेशन व डेल्हा साइड दो बिल्डिंग बनेगी. उसमें सभी सुविधाएं रहेंगी. जैसे मुख्य प्रवेश स्टेशन भवन में डिपार्चर लॉबी, वेस्टिबुल, बैगेज स्कैनर के साथ सुरक्षा जांच क्षेत्र, हेल्प डेस्क क्षेत्र, प्रस्थान हॉल, शौचालय, आरपीएफ कक्ष और हेड टीसी कक्ष जैसी विभिन्न सुविधाएं होंगी. प्लेटफॉर्म एक पर अनारक्षित प्रतीक्षालय, एक्जिक्यूटिव प्रतीक्षालय, खुदरा स्टालें, शौचालय, शिशु आहार कक्ष और प्लेटफार्म संख्या एक पर आने वाले यात्रियों के लिए आगमन कक्ष होगा. इस भवन का मेजेनाइन फर्श बनाया जायेगा. भूमि तल पर विभिन्न रेलवे कार्यालय और दूसरी मंजिल पर एक्सेस कंट्रोल, मेटल डिटेक्टर सिस्टम, बैगेज स्कैनर सिस्टम, अतिरिक्त प्रतीक्षा कक्ष, रिटेल स्टॉल, मॉड्यूलर शौचालय, सीढ़ियां, लिफ्ट, एस्केलेटर आदि होंगे. पहली मंजिल तक आसान पहुंच के लिए एस्केलेटर, लिफ्ट और सीढ़ियां बनायी जायेगी.
वर्षा जल संचयन भी होगा
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि वर्तमान में स्टेशन पर स्थित रेल क्वार्टर्स, वेटिंग हॉल आदि को तोड़कर भूमि समतल की जायेगी. इसके बाद स्टेशन पर साइट ऑफिस, लेबर कैंप आदि बनाये जायेंगे. यह कार्य सितंबर में शुरू होने की उम्मीद है. पूरी परियोजना में निर्माण के साथ-साथ संचालन और रखरखाव के दौरान ऊर्जा खपत में कमी के लिए सुविधाओं के साथ ग्रीन बिल्डिंग सुविधाएं होंगी. जो नवीनीकरणीय ऊर्जा के साथ कचरे के प्रसंस्करण, वर्षा जल संचयन जैसे संसाधनों से युक्त होंगी. इससे सबकुछ बदल जायेगा.
क्या कहते हैं सीपीआरओ
इस संबंध में हाजीपुर के सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि गया जंक्शन को वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनाने के साथ-साथ अब एयर कॉनकोर्स बनाने की तैयारी शुरू की जायेगी. इसके लिए एक प्लान किया जा रहा है.वहीं दूसरी तरफ एयर कॉनकोर्स बनाने के लिए अधिकारियों की एक विशेष बैठक हुई है. बैठक में कई प्रकार के निर्णय लिये गये है. एयर कॉनकोर्स बन जाने के बाद गया रेलवे स्टेशन पर रेलयात्रियों को काफी सुविधा मिलेगी.