गया: सिंगापुर में नौकरी व इन्वेस्टमेंट के नाम पर साइबर गिरोह ने युवक से ठगे 91 हजार रुपये
अपराधियों ने मनीष कुमार नामक युवक को अपने ठगी का शिकार बनाया है. बताया जा रहा है कि साइबर ठगों ने मगध मेडिकल थाना क्षेत्र के घूठिया गांव के रहनेवाले अनिल कुमार के बेटे मनीष कुमार को निशाना बनाया और उनके पास से 91 हजार रुपये की ठगी कर ली.
गया: साइबर गिरोह सक्रियता बिहार में बहुत बढ़ गई है. आए दिन साइबर ठगी के मामले सामने आते रहते हैं. अभी ताजा मामले में सिंगापुर में नौकरी कराने के नाम पर साइबर गिरोह से जुड़े अपराधियों ने मनीष कुमार नामक युवक को अपने ठगी का शिकार बनाया है. बताया जा रहा है कि साइबर ठगों ने मगध मेडिकल थाना क्षेत्र के घूठिया गांव के रहनेवाले अनिल कुमार के बेटे मनीष कुमार को निशाना बनाया और उनके पास से 91 हजार रुपये की ठगी कर ली.
व्हाटसअप पर पार्ट टाइम नौकरी के लिए आया था मैसेज
रविवार को पीड़ित मनीष ने बताया कि उनके व्हाटसअप पर पार्ट टाइम नौकरी करने से संबंधित एक मैसेज आया. इसके बाद एक दूसरे मोबाइल फोन से स्वाति बोरह नामक की एक युवती ने कॉल किया और नये नौकरी के नाम पर बातचीत की और उससे कई प्रकार की बातों की जानकारी ली. इसके बाद तरह-तरह की बातों में उलझा कर कंपनी के नाम पर इन्वेस्टमेंट का प्रलोभन दिया और उसके बाद टेलीग्राम से जोड़ कर क्रिप्टो करेंसी में कंपनी के लिए इन्वेस्टमेंट के नाम पर अलग-अलग यूपीआइआइडी एवं एकाउंट पर 91 हजार रुपये की ठगी कर ली.
Also Read: अपराधियों के हौसले आसमान में, मुखिया की गाड़ी रोक पत्नी के गले से छीनी सोने की चेन, मांगी पांच लाख की रंगदारी
ग्रुप में पहले से जुड़े थे 150 से ज्यादा लोग
जिस टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ा गया था, उस ग्रुप में पहले से लगभग 150 से ज्यादा लोग जुड़े थे. उनके द्वारा भी कंपनी के नाम पर पैसे भेज कर ग्रुप में साझा किया जा रहा था. अन्य लोगों के द्वारा भेजे जा रहे पैसे का साक्ष्य देख कर विश्वास कर लिया और उनके यूपीआइआइडी एवं एकाउंट पर 91 हजार रुपये भेज दिया. 91 हजार रुपये भेजे जाने के बाद एक लाख 27 हजार रुपये की मांग किया जाता रहा. इस दौरान नौकरी कराने के लिए फोन पर विभिन्न तरीकों से उनके बारे में शैक्षणिक जानकारी के साथ-साथ उनके पर उपलब्ध रुपये की जानकारी ले ली. पीड़ित मनीष ने बताया कि पहली बार में दो हजार रुपये, दूसरी बार में 44500 रुपये और तीसरी बार में 44500 रुपये भेजा हूं. इधर, पीड़ित मनीष के बयान पर मगध मेडिकल थाने के दारोगा ने केस दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है.