बौद्ध भिक्षुओं ने बोधगया में निकाला शांति मार्च
बांग्लादेश में विगत दो जून को चकमा बौद्ध अनुयायियों पर हुए हमले का किया विरोध बांग्लादेश सरकार से पीड़ितों की सुरक्षा व पुनर्वास की रखी मांग बोधगया : विगत दो जून को बांग्लादेश के रंगमाटी जिले में चकमा बौद्ध समुदाय के लोगों पर मुसलिम उपद्रवियों द्वारा हमला करने के विरोध में सोमवार की सुबह बोधगया […]
बांग्लादेश में विगत दो जून को चकमा बौद्ध अनुयायियों पर हुए हमले का किया विरोध
बांग्लादेश सरकार से पीड़ितों की सुरक्षा व पुनर्वास की रखी मांग
बोधगया : विगत दो जून को बांग्लादेश के रंगमाटी जिले में चकमा बौद्ध समुदाय के लोगों पर मुसलिम उपद्रवियों द्वारा हमला करने के विरोध में सोमवार की सुबह बोधगया में बौद्ध भिक्षुओं ने शांति मार्च निकाला. शांति मार्च 80 फुट बुद्ध मूर्ति से निकल कर महाबोधि मंदिर तक पहुंची व भिक्षुओं ने महाबोधि मंदिर में पूजा-अर्चना कर शांति की कामना की. शांति मार्च का नेतृत्व बोधगया स्थित चकमा बौद्ध मठ के प्रभारी भिक्खु प्रियपाल ने किया. इसमें बांग्लादेश बौद्ध मठ, बोधगया वना विहार बौद्ध मठ, अॉल इंडिया भिक्खु संघ के भिक्खु प्रज्ञादीप, बटपा थाई मठ के रत्नेश्वर चकमा, चकमा बौद्ध मठ व यहां रह कर पढ़ाई करने वाले भिक्षुओं ने शिरकत की.
भिक्खु प्रियपाल ने बताया कि विगत दो जून को रंगमाटी जिले के चितागोंग हील ट्रैक क्षेत्र में मुसलिम उपद्रवियों द्वारा अल्पसंख्यक बौद्ध समुदाय के लोगों पर हमला किया गया. इसमें कुछ की मौत व कई घायल हो गये हैं.
उन्होंने बताया कि बोधगया में शांति मार्च के माध्यम से बांग्लादेश सरकार से मांग कर रहे हैं कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक बौद्ध समुदाय (चकमा) के लोगों पर हो रहे हमलों को रोके व अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए पीड़ित लोगों के लिए पुनर्वास की व्यवस्था की जाये. इस हमले में कई लोगों के घर भी जला दिये गये हैं. शांति मार्च के दौरान भिक्षुओं व अन्य ने अपने हाथों में तख्तियां भी ले रखे थे जिस पर बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की गुहार लगायी गयी है.