गया : बिहार के गया में पकड़े गये दो आतंकियों में से एक तौसीफ अहमद खाना, जिसे तौफीक पठान भी कहा जा रहा है, उसने बड़ी आतंकी वारदातों को अंजाम दिया है. पटना पुलिस मुख्यालय में एडीजी एसके सिंघन ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि इन आतंकियों ने कई सांसदों को ई-मेल भी किया था. एडीजी ने कहा कि अहमदाबाद ब्लास्ट का मुख्य आरोपी बिहार पुलिस के हत्थे चढ़ा है. उन्होंने कहा कि इस बीच हमने गुजरात के एटीस से संपर्क किया है, बहुत जल्द गुजरात एटीएस के अधिकारी पटना गया पहुंचेंगे. वहीं दूसरी ओर आतंकियों की गिरफ्तारी की सूचना के बाद बिहार एटीएस के आईजी कुंदन कृष्नन और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी नैयर हसनैन खां गया के लिए रवाना हो चुके हैं. एडीजी ने कहा कि बिहार पुलिस लगातार गुजरात पुलिस के संपर्क में है.
एडीजी ने कहा कि गिरफ्तार दोनों आतंकियों से पूछताछ जारी है. बहुत जल्द उनसे अहम जानकारी मिलने की उम्मीद जतायी जा रही है. आतंकी गया के साइबर कैफे से कुछ मेल कर रहे थे, उसी वक्त उन्हें गिरफ्तार किया गया है. बिहार के गया में पकड़े गए आतंकी तौफीक पठान के बारे में सनसनीखेज खुलासे हुए हैं. बताया जा रहा है कि अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट का आरोपी का ये आरोपी गणित का टीचर बनकर गया में रह रहा था. साल 2008 में अहमदाबाद में हुए सीरियल ब्लास्ट के बाद वह भाग कर गया आया था. अपनी पहचान बदलकर मुस्लिम बहुल इलाके में रहता था. तौफीक पठान पिछले कई वर्षों से गया के शाहदेव खाप इलाके में रह रहा था. वह यहां मैथ टीचर के रूप में जाना जाता था. बच्चों को मैथ का ट्यूशन पढ़ता था. पिछले दो तीन दिन से राजेंद्र आश्रम मुहल्ला स्थित एक साइबर कैफे से नेट सर्फिंग करता था. उसके पास से कई संदिग्ध वस्तुएं मिली हैं. गया के कई मंदिरों के फोटो भी मिले हैं.
साल 2013 में अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल बोधगया में आतंकवादी घटना हो चुकी है. ऐसे में तौफीक का पकड़ जाना किसी सुनियोजित साजिश की तरह इशारा कर रहा है. तौफीक पिछले कई दिनों से साइबर कैफे से कुछ मेल कर रहा था. उसकी गतिविधि पर कैफे संचालक को शक हुआ. उसने पहचान पत्र मांगा, तो तौफीक ने देने से इनकार कर दिया. गिरफ्तार दोनों आतंकियों में एक तौफीक पठान अहमदाबाद ब्लास्ट का संदिग्ध आतंकी बताया जा रहा है. तौफीक के साथ सना खाना नाम का एक और भी आतंकी पकड़ा गया है. दोनों से पुलिस पूछताछ कर रही है.
संभावना है कि गिरफ्तार दोनों आतंकियों से एनआईए भी इनसे पूछताछ करेगी. बताया जा रहा कि गिरफ्तार दोनों कथित आतंकी डोभी थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं. वह साइबर कैफे में बैठकर कई तरह की जानकारी बाहर भेज रहे थे. पुलिस को इनके बारे में गुप्त सूचना मिली थी. उसके बाद इन दोनों को गिरफ्तार किया गया. वहीं दूसरी ओर गया में पितृपक्ष मेला चल रहा है, गिरफ्तारी के बाद गया में महाबोधि मंदिर और बाकी स्थानों की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गयी है. पुलिस को आशंका है कि दोनों संदिग्ध आतंकी म्यांमार में चल रहे रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर बोधगया मंदिर सहित बाकी जगहों पर किसी संदिग्ध घटना को अंजाम दे सकते थे. पुलिस इस मामले में बहुत कुछ बताने से बच रही है. घटना बुधवार की बतायी जा रही है.
स्थानीय लोगों ने पुलिस को बताया है कि गत दो तीन दिनों से दोनों संदिग्ध राजेंद्र आश्रम मोहल्ला स्थित साइबर कैफे में नेट सर्फिंग करते थे, मांगने पर कोई पहचान पत्र नहीं देते थे. कैफे मालिक को आधार कार्ड और कोई पहचान पत्र मांग, तो उन्होंने देने से इनकार कर दिया. उसके बाद कैफे मालिक को संदेह हुआ और उसने पुलिस को इसकी सूचना दे दी. पकड़े गये दोनों में से एक व्यक्ति स्थानीय बताया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर पुलिस की मानें तो दोनों को सिविल लाइंस थाने लाकर पूछताछ चल रही है, दोनों ने अपने आपको स्थानीय बताया है. पुलिस उनकी सत्यता की जांच के लिए उनके गांव जाकर पड़ताल कर रही है.
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