पार्षदों को होने लगी पेयजल की चिंता

गया: गरमी के आते ही शहर में पेयजल संकट की चर्चा सुनायी देने लगी है. मीडिया में भी खबरें आने लगी हैं. शहरी इलाके में पानी की समस्या की शिकायत भी शुरू हो गयी है. ऐसे में अब नगर सरकार (नगर निगम) के रहनुमाओं को भी लोगों की चिंता होने लगी है. वह भी पानी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 13, 2014 9:33 AM

गया: गरमी के आते ही शहर में पेयजल संकट की चर्चा सुनायी देने लगी है. मीडिया में भी खबरें आने लगी हैं. शहरी इलाके में पानी की समस्या की शिकायत भी शुरू हो गयी है. ऐसे में अब नगर सरकार (नगर निगम) के रहनुमाओं को भी लोगों की चिंता होने लगी है.

वह भी पानी की समस्या को गंभीर मानने लगे हैं. कोई बैठक बुलाने की बात कर रहा है, तो कोई दिल्ली तक शहर की शिकायत पहुंचाने में लगा है.

पार्षद लालजी प्रसाद, संतोष सिंह और अफसाना खान ने तो सशक्त स्थायी समिति की बैठक बुलाने की मांग कर दी है. जारी बयान में इन पार्षदों ने कहा कि शहर के कई पेयजल आपूर्ति केंद्र खराब हैं, कई जगहों पर पाइप में लीकेज हैं. कई स्थानों पर प्याऊ भी बंद पड़े हैं. इन सब को चालू कराने और पानी की बेहतर व्यवस्था करने के लिए बैठक बुलाया जाना बेहद जरूरी है.

राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग मे शिकायत की : शहर के लोगों के लिए पानी की बेहतर व्यवस्था के लिए पार्षद कितने गंभीर है, इसका उदाहरण सामने है. जिले के सभी पदाधिकारियों के बाद पार्षद आनंद कुमार अब राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग तक पहुंच गये हैं. उनकी मानें, तो शिकायत के बाद राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने बिहार सरकार के मुख्य सचिव से इस मसले पर बात की है. जारी बयान में पार्षद ने कहा कि वह लंबे समय से उनके वार्ड (35) में पानी की व्यवस्था करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन जिले के किसी भी अधिकारी ने इस पर ध्यान नहीं दिया. इसलिए वह राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग की शरण में गये हैं. किलरेस्कर कंपनी की जलापूर्ति योजना का काम उनके वार्ड में नहीं हो पाया है.

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