40 गैंगमैनों ने पुल से कूद कर बचायी जान
लापरवाही. ट्रैक पर काम कर रहे कर्मचारियों के बीच से पास करा दी गयी हावड़ा-गया एक्सप्रेस रेल ट्रैक पर गैंगमैन कर रहे थे काम जमुआवा रेलवे स्टेशन के समीप हो सकती थी बड़ी रेल दुर्घटना गैंगमैन नरेश हड़बड़ाहट में ट्रैक के बीच सोने से हुआ घायल वजीरगंज : वजीरगंज स्टेशन से आठ किलोमीटर पूरब गया-किऊल […]
लापरवाही. ट्रैक पर काम कर रहे कर्मचारियों के बीच से पास करा दी गयी हावड़ा-गया एक्सप्रेस
रेल ट्रैक पर गैंगमैन कर रहे थे काम
जमुआवा रेलवे स्टेशन के समीप हो सकती थी बड़ी रेल दुर्घटना
गैंगमैन नरेश हड़बड़ाहट में ट्रैक के बीच सोने से हुआ घायल
वजीरगंज : वजीरगंज स्टेशन से आठ किलोमीटर पूरब गया-किऊल रेलखंड पर तुंगी जमुआवां रेल पुल पर काम कर रहे कई रेलकर्मी ट्रेन की चपेट में आने से बच गये. ट्रेन को पास आते देख कई रेलकर्मी पुल के नीचे कूद गये़ कई कर्मचारी पटरी के किनारे चिपक कर अपनी जान बचायी. कुछ कर्मचारी इस घटना में जख्मी हो गये. बताया गया कि इस रेलखंड के तुंगी-जमुआवां रेल पुल संख्या 268 किमी 98/5-7 पर मरम्मत टीम के साथ गैंग संख्या 15, 16, 17 तथा 18 गैंग के कर्मी काम कर रहे थे. साइड इंचार्ज एके सिन्हा भी थे़ लेकिन, सुरक्षा के लिए लगाये गये बैनर व झंडा के पास किसी कर्मचारी को तैनात नहीं किया गया था.
इसी दौरान 13023 अप हावड़ा-गया एक्सप्रेस ट्रेन बिना रुके पुल से पार हो गयी़ नरेश पासवान पुल के बीच में चिपक कर जान बचायी़ उनके अलावा रंजीत कुमार मंडल, मनोज राम, उपेंद्र रजक तथा राकेश कुमार मंडल सहित कई गैंगमैन नदी में कूद पड़े़ इससे उन लोगों को चोटें आयी हैं. इसको लेकर साइड इंचार्ज के प्रति लोगों में गुस्सा है़ कर्मियों ने बताया कि जहां पर झंडा व बैनर लगाये गये थे, वहां पर दो कर्मचारियों को रहना चाहिए था. इससे ट्रेन के आने की सूचना गैंगमैन को दी जाती़ ट्रेन चालक को भी आगे काम होने की जानकारी मिलती़ कर्मचारियों ने कहा कि भगवान का शुक्र था कि जख्मी होकर ही रह गये. जिस तरह से काम करने के समय ट्रेन गुजरी, वैसी परिस्थिति में दर्जनों कर्मचारियों की जानें जा सकती थीं. हालांकि रेल अधिकारी इस मामले को एक हादसा बता कर चुप हैं. गैंगमैनों की सूझबूझ से इस रेलवे पुल पर एक बड़ा रेल हादसा होने से टल गया.
घायल रेलकर्मी का इलाज नवादा अस्पताल में
हादसे में घायल रेलकर्मी का नवादा अस्पताल में इलाज कराया जा रहा है. नदी में कूदकर जान बचाने वाले राजेश कुमार, की-मैन रंजीत कुमार मंडल, मनोज राम, उपेंद्र रजक के भी घायल होने के कारण इलाज के लिये नवादा भेजा गया है. घटना की जानकारी के बाद दानापुर मंडल के सहायक प्रबंधक जब पहुंचे तो कर्मियों ने जमकर हंगामा किया. साथ ही गैंगमैन इन्चार्ज को बर्खास्त करने की मांग भी की. ट्रैक पर काम कर रहे गैंगमैन धनेष कुमार मीना, अशोक कुमार, मिथिलेश कुमार, राजकुमार, पृथ्वीराज, कृष्णा राम आदि ने बताया कि ट्रैक पर काम कराने वाले ठेकेदार बिना सेफ्टी के काम करवा रहे थे. हंगामा के बाद दोनों ओर लाल झंडी लगाकर सेफ्टी के बाद पुनः काम प्रारम्भ किया गया.