डिजिटल बनिए, लेकिन डिजिटल हैकर्स का शिकार होने से बचिए
रहें अलर्ट. डिजिटल फ्रॉड से बचने के लिए अपनाएं कुछ तरीकों को गया : आज काफी तेजी से हर कोई डिजिटल वर्ल्ड की ओर बढ़ रहा है. फोन बिल हो या बैंक से पैसे की निकासी, हर काम डिजिटल हो रहा है. हालांकि जहां इसके कई फायदे है वहीं इसके कई नुकसान के मामले भी […]
रहें अलर्ट. डिजिटल फ्रॉड से बचने के लिए अपनाएं कुछ तरीकों को
गया : आज काफी तेजी से हर कोई डिजिटल वर्ल्ड की ओर बढ़ रहा है. फोन बिल हो या बैंक से पैसे की निकासी, हर काम डिजिटल हो रहा है. हालांकि जहां इसके कई फायदे है वहीं इसके कई नुकसान के मामले भी सामने आ रहे हैं. इसमें ऑनलाईन फ्रॉड के मामले सबसे ज्यादा हैं. ऐसे में अगर थोड़ी सी सक्रियता बरती जाये तो इनसे बचा जा सकता है. ऐसे में अगर कुछ सावधानी बरती जाये तो कोई भी ऑनलाइर्न फ्रॉड का शिकार होने से बच सकता है.
फिशिंग को भूल कर भी नहीं खोलें
फिशिंग फेक ईमेल होते हैं. जो ज्यादातर बैंक आदि के नाम पर आते हैं. यह हैकर्स द्वारा बनाये होते हैं. यह देखने में एकदम सामान्य ई-मेल जैसे होते हैं लेकिन इनमें माइनर सा स्पेलिंग चेंज होता है. इनमें एक बार क्िलक करने पर कई सारे लिंक खुल जाते हैं. इनके जरिये भी डिवाइस में मौजूद डिटेल चोरी हो जाती है.
एंटी मालवेयर सॉफ्टवेयर का जरूर करें इस्तेमाल
कंप्यूटर, स्मार्टफोन और टैबलेट को प्रोटेक्ट करने के लिए हमेशा अच्छे एंटी वायरस या एंटी मालवेयर सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें. इसके साथ ही अपने सॉफ्टवेयर अपडेट्स को रोजाना चेक करते रहिए. ऑफिस या पब्लिक कंप्यूटर से कभी भी अपने बैंक या दूसरे पर्सनल अकाउंट काे भूल कर भी हैंडल नहीं करें. साथ ही फेक एप्प डाउनलोड करने से बचें.
गूगल प्लेस्टोर या एप्पल स्टोर में मौजूद हर मोबाइल एप्लीकेशन पूरी तरह से सिक्योर नहीं है. यहां मौजूद फेक एप्प मालवेयर डिवाइस को तेजी से अपडेट कर ईमेल एड्रेस समेत दूसरी जानकारी हैकर्स तक पहुंचा देते हैं. ऐसे में डिवाइस में उन्हीं एप्प को डाउनलोड करें जिसके डाउनलोडर 50 हजार से अधिक हैं.