गया (इमामगंज) : बिहार में गया जिले के इमामगंज थाना क्षेत्र स्थित चपरा गांव में मंगलवार की रात एक आरा मशीन पर रखी लकड़ी और मशीन को आग के हवाले कर दिया गया. इससे हजारों रुपये के मूल्य का सामान जल कर राख हो गया. सूत्रों का कहना है कि अज्ञात नक्सलियों ने घटना को अंजाम दिया है. हालांकि, इस संबंध में कोई कुछ भी बताने से इन्कार कर रहा है.
इधर, आग लगने की सूचना जैसे ही ग्रामीणों को लगी, सैकड़ाें की संख्या में ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंच कर आग बुझाने का प्रयास करने लगे. लेकिन, तब तक सारा सामान जल चुका था. आरा मशीन में आग लगाये जाने की मुख्य वजह लेवी नहीं दिया जाना बताया जा रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि मंगलवार की रात नौ बजे के बाद दर्जनभर नक्सली आये और मशीन व लकड़ी पर तेल छिड़क कर आग लगा दी. जिस वक्त नक्सलियों द्वारा घटना काे अंजाम दिया जा रहा था, उस वक्त आरा मशीन पर कोई भी कर्मचारी व मजदूर नहीं थे.
आठ दिन पहले मजदूरों के साथ की थी मारपीट
ग्रामीणों ने बताया कि घटना के आठ दिन पहले नक्सलियों ने आरा मशीन पर रहनेवाले मजदूरों के साथ मारपीट की थी और उन्हें वहां से भगा दिया था. इस घटना के बाद से मजदूरों व कर्मचारियों ने आरा मशीन पर सोना बंद कर दिया था. इसी का फायदा उठाते हुए नक्सलियों ने घटना को अंजाम दिया.
घटना के बाद पहुंचा स्थानीय प्रशासन
घटना की सूचना मिलने के बाद स्थानीय प्रशासन घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की छानबीन करते हुए घटना को अंजाम देने वालों के खिलाफ छापेमारी प्रारंभ कर दी. इस संबंध में एसआइ उपेंद्र पासवान ने बताया कि पंकज कुमार, शशिभूषण मिश्र सहित अन्य सहयोगियों के आरा मशीन पर अज्ञात लोगों ने आगजनी की घटना को अंजाम दिया है. अभी तक आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है. मामले की तहकीकात की जा रही है.
प्रमुख बाजारों में बंद का रहा असर
इमामगंज. इमामगंज प्रखंड क्षेत्र में बुधवार को भाकपा-माओवादियों के बिहार व झारखंड बंद का असर देखने को मिला. बंद के दौरान रानीगंज व इमामगंज बस स्टैंड से एक भी यात्री बसों का आवागमन नहीं हुआ. वहीं, इमामगंज रानीगंज सहित अन्य प्रमुख बाजार पूरी तरह से बंद रहा. इसके कारण लोगों को परेशानियों का समाना करना पड़ा. शेरघाटी-इमामगंज मुख्य मार्ग पर ऑटो से ग्रामीण अपने गंतव्य की ओर आते-जाते दिखाई दिये.