UP डीजीपी ओपी सिंह की गांव के ही प्राथमिक स्कूल में हुई प्रारंभिक शिक्षा, मीरा बिगहा गांव में हर्ष का माहौल

आपदा प्रबंधन में एमबीए व चेन्नई विश्वविद्यालय से किया एमफिलवर्ष 1983 में सिविल सेवा की परीक्षा में बने आइपीएस गया :बेलागंज प्रखंड की मदन बिगहा पंचायत स्थित मीरा बिगहा गांव के ओम प्रकाश सिंह को उत्तर प्रदेश का पुलिस महानिदेशक पद पर नियुक्ति की गयी है. ओपी सिंह के उत्तर प्रदेश में पुलिस महानिदेशक बनने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 1, 2018 10:43 AM

आपदा प्रबंधन में एमबीए व चेन्नई विश्वविद्यालय से किया एमफिल
वर्ष 1983 में सिविल सेवा की परीक्षा में बने आइपीएस

गया :बेलागंज प्रखंड की मदन बिगहा पंचायत स्थित मीरा बिगहा गांव के ओम प्रकाश सिंह को उत्तर प्रदेश का पुलिस महानिदेशक पद पर नियुक्ति की गयी है. ओपी सिंह के उत्तर प्रदेश में पुलिस महानिदेशक बनने को लेकर उनके ग्रामीणों में हर्ष व्याप्त है. मीरा बिगहा के ग्रामीण उनके डीजीपी पद पर नियुक्ति की खबर मिलने के बाद काफी उत्साहित हैं. ग्रामीण और आजाद प्लस-टू स्कूल के सेवानिवृत्त प्राचार्य सरयू सिंह बताते हैं कि शिवधारी सिंह और रामप्यारी देवी के पुत्र ओम प्रकाश सिंह का जन्म वर्ष 1957 में मीरा बिगहा में हुई. अपने छह भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं. इनके पिता आरक्षी उपाधीक्षक रह चुके हैं.

बचपन से ही ओम प्रकाश सिंह कुशाग्र बुद्धि के थे. उनकी प्रारंभिक शिक्षा कुछ दिनों तक गांव के प्राथमिक स्कूल में ही हुई. उसके बाद गया के जिला स्कूल से माध्यमिक शिक्षा और रांची के सेंट जेवियर कॉलेज से इंटर स्तरीय शिक्षा ग्रहण की. इसके बाद वह स्नातक करने के लिए इलाहाबाद चले गये. ओपी सिंह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर में गोल्ड मेडलिस्ट भी रहे हैं. उन्होंने आपदा प्रबंधन में एमबीए व चेन्नई विश्वविद्यालय से एमफिल भी किया है. दिल्ली विश्वविद्यालय में तत्काल उन्हें व्याख्याता पद पर नियुक्ति मिली.

ओपी सिंह ने वर्ष 1983 में सिविल सेवा की परीक्षा उत्तीर्ण की. वह आइपीएस के लिए चुने गये. उत्तर प्रदेश कैडर में सबसे पहले वाराणसी में एएसपी के पद पर उनकी नियुक्ति हुई. उसके बाद वह इलाहाबाद में सीनियर एसपी बने. वह देश के एनडीआरएफ के डीजीपी का पद भी संभाल चुके हैं. इसी वर्ष इनकी पदस्थापना सीआइएसएफ के डीजी पद पर हुई. इनके बड़े भाई डॉ प्रकाश सिंह गया शहर के प्रसिद्ध हड्डी रोग विशेषज्ञ हैं. ओम प्रकाश सिंह के दो संतानें हैं. उनकी पुत्री अधिवक्ता हैं और पुत्र एमबीए कर जॉब में हैं.

गांव आने पर अपने पुराने मित्रों खासकर बामेश्वर सिंह, कामता सिंह और परशुराम सिंह के अलावा अपने घर के सेवक बजरंगी राम से मिलना वह कभी नहीं भूलते. गांव के प्रबुद्ध सिद्धेश्वर सिंह बताते हैं कि आज भी ओपी सिंह जब गांव आते हैं, तो ग्रामीणों के साथ-साथ आसपास के गांवों के पूर्व परिचितों से अवश्य मिलते हैं. मिलनसार प्रकृति के ओम प्रकाश सिंह के उत्तर प्रदेश के डीजीपी पद पर नियुक्ति से गांव के प्रधानाध्यापक संजय कुमार सिंह, रसलपुर के परशुराम सिंह, क्षेत्र के हसनपुर के ग्रामीण पैक्स अध्यक्ष राकेश कुमार सोलंकी, भिखनपुर के उपेंद्र नारायण सिंह, महादेव बिगहा के उमाशंकर सिंह, पूर्व मुखिया रामनरेश सिंह, चाकंद स्टेशन के जितेंद्र नारायण सिंह, रसलपुर के विनय सिंह गुजराल, उमेश प्रसाद सिंह ने हर्ष व्यक्त किया र्है. लोगों ने कहा कि ओम प्रकाश सिंह को उत्तर प्रदेश जैसे राज्य का डीजीपी बनाये जाने से इलाके की मान-सम्मान में वृद्धि हुई है.

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