गया : राजस्थान के जयपुर स्थित चूड़ी कारखानों से 68 बाल श्रमिकों को छुड़ा कर अमजेर-सियालदह एक्सप्रेस से गया रेलवे स्टेशन लाया जा रहा है. यह बच्चे गुरुवार को गया पहुंचेंगे. इस संबंध में एक किरण आरोह संस्था की अध्यक्ष रीतु प्रिया ने बताया कि बाल संरक्षण अधिकारी व कई एनजीओ ने छापेमारी कर कई चूड़ी कारखानों से बाल श्रमिकों को रिहा कराया है. जयपुर पुलिस व बाल संरक्षण अधिकारियों द्वारा कई जिलों के 68 बाल श्रमिकों को गया लाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इसमें गया जिले के 28 बच्चे शामिल हैं. कारखाने के लोगों ने बताया कि जिले के दलाल बच्चों को कारखाने में लाने के लिए एडवांस में 10-15 हजार रुपये लेते हैं. दलालों द्वारा बच्चों के परिजनों को तीन हजार रुपये एडवांस के रूप में दिया जाता है. रीतु प्रिया ने बतया कि बच्चों के आने के बाद उनके परिजनों के साथ गया जंक्शन पर ही बैठक होगी. इसके बाद पूरे मामले की छानबीन की जायेगी. उन्होंने बताया कि बच्चों को पुनर्वास के लिए बातचीत की जायेगी. गया रेलवे स्टेशन पर पहले छह महीनों में 40 बच्चों के साथ 27 दलालों को रेल पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
गया के इन प्रखंडों हैं बच्चे
जयपुर से लाये जा रहे बाल श्रमिकों में गया जिला के बाराचट्टी, मोहनपुर, कोंच, इमामगंज, बेलागंज, खिजरसराय, मानपुर व नीमचक बथानी के सबसे ज्यादा बच्चे शामिल हैं. एक किरण आरोह संस्था के निदेशक मनोज कुमार ने बताया कि गया जिले के प्रखंडों के बच्चों के परिजनों से बातचीत की जा रही है. इन बच्चों के परिजनों को गया रेलवे स्टेशन बुलाया गया है.
इन जिले के हैं बच्चे
गया- 28
समस्तीपुर- पांच
मुजफ्फरपुर-11
औरंगाबाद-एक
मधुबनी- तीन
सीतामढ़ी-छह
दरभंगा- दो
जमुई- एक
मधेपुरा- एक
पटना-एक