यहां बम प्लांट करनेवाले बख्शे नहीं जायेंगे: सीएम

गया व बाेधगया बिहार का गाैरव बाेधगया : बाेधगया स्थित कालचक्र मैदान में गुरुवार की शाम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार माेदी ने दीप प्रज्वलित कर तीन दिवसीय बाैद्ध महाेत्सव का उद्घाटन किया. इस माैके पर सीएम ने 145 कराेड़ की लागत से बाेधगया में बननेवाले सांस्कृतिक केंद्र का भी शिलान्यास किया. अपने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 2, 2018 4:59 AM

गया व बाेधगया बिहार का गाैरव

बाेधगया : बाेधगया स्थित कालचक्र मैदान में गुरुवार की शाम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार माेदी ने दीप प्रज्वलित कर तीन दिवसीय बाैद्ध महाेत्सव का उद्घाटन किया. इस माैके पर सीएम ने 145 कराेड़ की लागत से बाेधगया में बननेवाले सांस्कृतिक केंद्र का भी शिलान्यास किया. अपने संबाेधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि बाैद्ध महाेत्सव में आने का माैका मिला, इसकी काफी प्रसन्नता है. अनेक वर्षाें से यहां आ रहा हूं. सीएम ने कहा धीरे-धीरे महाेत्सव का स्वरूप अंतरराष्ट्रीय किया जा रहा है. इसमें प्रशासन व बीटीएमसी सचिव एन दाेरजे की बड़ी भूमिका है.
हर वर्ष देश-विदेश के काेने-काेने से कलाकार अपनी प्रस्तुति देते हैं. उन्हाेंने कहा कि यह भगवान बुद्ध की ज्ञान भूमि है. 2013 आैर फिर पिछले 19 जनवरी काे बाेधगया में बम प्लांट करने की घटना निंदनीय है. सीएम ने कहा कि गया व बाेधगया बिहार का गाैरव है और इस प्रेम, भाईचारा व शांति की भूमि पर बम प्लांट करनेवालों को किसी सूरत में नहीं बख्शा जायेगा.
सीएम ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार की एजेंसियां बाेधगया में बम मिलने के मामलेबाकी
यहां बम प्लांट करनेवाले…
की जांच में जुटी हैं. दाेषियाें पर सख्त कार्रवाई हाेगी. उन्हाेंने कहा भगवान बुद्ध की विचारधारा अतिवादी नहीं, मध्यममार्गी है. यही कारण है कि दुनिया के बहुत बड़े हिस्से में भारत से निकले बाैद्ध धर्म का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष दलाई लामा के नेतृत्व में कालचक्र पूजा का आयाेजन किया गया था. इस वर्ष भी बौद्ध धर्मगुरु ने कई सप्ताह तक यहां रह कर उपदेश दिया. बाैद्ध धर्मवलंबी भगवान बुद्ध से जुड़े किसी स्थान पर जाने की इच्छा में बाेधगया आने की इच्छा जरूर रखते हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि दलाई लामा के साथ बैठने का अवसर मिला है. वे कहते हैं भगवान बुद्ध के वचनाें का वैज्ञानिक पहलू है. भगवान बुद्ध ने खुद के कहे काे बिना साेचे मानने काे भी नहीं कहा है. उन्हाेंने कहा कि बाैद्ध धर्म की हजाराें पुस्तकाें का निचाेड़ चार खंडाें में प्रकाशित हाेना है, जिसके एक खंड का मैंने लाेकार्पण किया. संस्कृत ट्रेडिशन, पाली ट्रेडिशन, तिब्बत ट्रेडिशन में अंतर पूछने पर दलाई लामा ने कहा कि ट्रेडिशन आस्था पर केंद्रित है. दूसरा वैज्ञानिकता पर जांच के बाद मानने पर.
बिहार के गाैरव की करें रक्षा
सीएम ने ने कहा कि हमलाेगाें की प्रतिबद्धता है कि बिहार के गाैरव की रक्षा व विकास करें. इसे हम पूरा करेंगे. 2010 में प्रवास यात्रा में आने के बाद जाे कमियां दिखीं, उसे सही करने की दिशा में काम किया जा रहा है. बाहर के पर्यटकाें की संख्या बढ़ रही है. उन्हाेंने कहा गया में पिंडदान व बाेधगया में ज्ञान के लिए लाेग आते हैं. गया व बाेधगया का महत्व हमेशा बरकरार रहेगा. सीएम ने कहा आज भी बाेधगया के लिए आयाेजित विशेष बैठक में तय चीजाें काे पूरा करने का निर्णय लिया गया.
आइकॉनिक पर्यटन स्थल में बोधगया सबसे बेहतर
सीएम ने कहा कि 10 आइकॉनिक पर्यटन स्थल की घोषणा के लिए केंद्र सरकार ने कहा है. इसके लिए बाेधगया से बेहतर काेई जगह नहीं हाे सकती है. गया व बाेधगया काे मिला कर आइकॉनिक पयर्टन स्थल के रूप में चुना जाना चाहिए. वर्ल्ड हेरिटेज साइट हाेने के कारण यहां टूरिस्ट आते हैं. बाैद्ध महाेत्सव के आयाेजन का उद्देश्य भगवान बुद्ध के संदेशाें काे फैलाना है. इससे समाज में प्रेम, अहिंसा, शांति व सहिष्णुता आयेगी. सीएम ने पर्यटन विभाग से कहा कि इसके आयाेजन काे आैर विशाल बनायें. भगवान बुद्ध के जीवनवृत्त से जुड़े विशेष दिनाें में बाेद्ध महाेत्सव के आयाेजन की तिथि तय करें.
सीएम ने कालचक्र मैदान में तीन दिवसीय बाैद्ध महाेत्सव का किया उद्घाटन
कहा, यहां पर्यटकाें के लिए तैयार की जायेंगी विभिन्न संरचनाएं
राजगीर से भी बड़ा कन्वेंशन सेंटर बनेगा
सीएम ने कहा कि 2000 लोगों के बैठने की क्षमता का अॉडिटाेरियम, पांच साै लाेगाें का सभागार, तीन हॉल, मीटिंग कांफ्रेंस के सात रूम, एक हजार की क्षमता का इनडाेर हॉल बनेगा. राजगीर के कन्वेंशन हॉल की तारीफ लाेग करते हैं. उससे बड़ा कन्वेंशन सेंटर बाेधगया में अगले दाे साल में बनकर तैयार हाे जायेगा. डिजाइन काफी चेंज किया गया है. माया सराेवर के पास 10 एकड़ भूमि में इसका निर्माण किया जायेगा. बाेधगया में आते ही मन प्रसन्न हाे जाता है. सुजाता कुटीर के पास दाे एकड़ भूमि पर व मुचलिंद सराेवर के पास भूमि का अधिग्रहण कर पर्यटकों के लिए विभिन्न संरचनाआें का निर्माण किया जायेगा.

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