गया : बोधगया के कालचक्र मैदान में आयोजित बौद्ध महोत्सव में बॉलीवुड पार्श्व गायक सुरेश वाडेकर के सुर में हजारों श्रोताओं ने सुर मिलाया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी सुरेश वाडेकर के दो गानों का लुत्फ उठाया. सुरेश वाडकर ने ‘कुछ नहीं भाता, जब रोग यह लग जाता…’ और ‘लगी आज सावन की फिर वो झड़ी है…’ आदि नगमें पेश कर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया. वहीं, ‘और इस दिल में क्या रखा है, तेरा ही नाम लिखा रखा है…’ गाते-गाते, ‘नीतीश जी का नाम लिखा रखा है…’, गया का नाम लिखा रखा है…..’ गाने लगे.
सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत में पहले फ्रांसीसी मूल की पद्मश्री देवयानी ने भरत नट्यम प्रस्तुत की. सांस्कृतिक संध्या की शुरुआत बिहार गौरव गान से हुई. इसमें कला संस्कृति विभाग बिहार सरकार के सौजन्य से कलाकारों ने बिहार की संस्कृति को प्रदर्शित करनेवाले नृत्य व संगीत पेश किये. वियतनाम व श्रीलंका से आये कलाकारों ने भी अपनी मनमोहक प्रस्तुति से दर्शकों का खूब मनोरंजन किया. अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल बोधगया कालचक्र मैदान में नॉर्थ कल्चरल जोन पंजाब के कलाकारों ने धमाकेदार भांगड़ा की प्रस्तुति दी.
आज के कार्यक्रम
शुक्रवार को दिन में बच्चा नसीम कौसर की कव्वाली, श्रीलंका व वियतनाम के कलाकारों की प्रस्तुति व महिला उत्सव , शाम को पंडित राजन सिजुआर का क्लासिकल म्यूजिक, म्यामार, लाओस व थाइलैंड के कलाकारों की प्रस्तुति, बॉलीवुड के सिंगर टोची रैना की संगीत.