गया (बाराचट्टी):बिहारमें गया जिले के बाराचट्टी में हड़हा नदी पर पुल के काम में लगी पोकलेन मशीन जलाने के मामले में कमांडर सहित सात नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है. इसमें पांच को बाराचट्टी पुलिस ने व दो को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है. जानकारी के अनुसार, हड़हा नदी पर पोकलेन जलाने की घटना को अंजाम लेवी की मांग को लेकर दी गयी थी. पुलिस बराचट्टी के विभिन्न गांवों से गिरफ्तार नक्सलियों को आरसीसी संगठन से जुड़े होने की बात बता रही है. इनके पास से पुलिस ने विस्फोटक व अन्य सामान भी बरामद किया है.
इधर, एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार दो नक्सलियों ने गुरुआ व आमस में वाहन जलाने की घटनाओं में शामिल होने की बात कुबूल की है. बाराचट्टी थानाध्यक्ष चेतनानंद झा व सीआरपीएफ इंस्पेक्टर अजय कुमार साहु ने बताया कि रोही गांव के शंकर दयाल, संजय रेड्डी, सिद्धेश कुमार, पदुमचक गांव के गोपाल प्रसाद व मोहनपुर के बाजू गांव के दिलीप रविदास को पकड़ा गया है. इनके पास से दो पीस डेटोनेटर, पांच जिलेटिन, एक किलो फॉस्फोरस, सुतरी, आधार कार्ड, मोबाइल व ग्लब्स जब्त किया गया है. इन पांचों नक्सलियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया.
थानाध्यक्ष ने कहा कि पोकलेन जलाने की घटना को अंजाम देने के बात इन लोगों ने कुबूल की है. साथ ही बताया कि उनके दूसरे जिले के साथी ने रोही गांव के पश्चिम में बैठ कर योजना बनायी थी. उन्होंने बताया कि दो अन्य नक्सलियों को एसटीएफ की टीम ने धर दबोचा. इसमें नक्सली कमांडर सुनील यादव व उसका साथी धनंजय रविदास शामिल है. दोनों नक्सलियों ने हड़हा नदी पर पोकलेन जलाने में शामिल रहने के साथ आमस व गुरुआ में भी वाहन जलाने की घटना में शामिल होने की बात कुबूल की है. उन्होंने बताया कि पुलिस दोनों से अन्य घटनाओं की संलिप्तता के बारे में पूछताछ कर रही है. पुलिस घटना के एक दिन बाद ही उद्भेदन कर लिए जाने को बड़ी सफलता मान रही है. विदित हो कि पिछले शुक्रवार को ही नक्सलियों ने हड़हा नदी पर पुल के काम में जुटी पोकलेन मशीन को फूंक दिया था.
फरार चल रहा नक्सली मोहनपुर से गिरफ्तार
पुलिस ने पिछले 11 साल से फरार चल रहे एक नक्सली को जरलाही गांव से गिरफतार किया. मोहनपुर थाना प्रभारी नीरज कुमार ने बताया कि जरलाही गांव का श्रीकांत मांझी मोहनपुर थाना कांड संख्या 135/06 के तहत 17 सीएल मामले मे वांछित अभियुक्त था. उसे कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेज दिया गया.