पानी के लिए तरस रहे ग्रामीण
गया: नगर प्रखंड के कोरमा, कुजाप, केवाली, नैली व बहादुर बिगहा आदि पंचायतों में पेयजल की समस्या गंभीर होती जा रही है. लोग पानी के लिए भटक रहे हैं. इस इलाके में जल स्तर काफी नीचे जाने के कारण कुएं, तालाब व चापाकल भी सूख गये हैं. कई गांवों में ज्यादातर चापाकलों ने पानी देना […]
गया: नगर प्रखंड के कोरमा, कुजाप, केवाली, नैली व बहादुर बिगहा आदि पंचायतों में पेयजल की समस्या गंभीर होती जा रही है. लोग पानी के लिए भटक रहे हैं. इस इलाके में जल स्तर काफी नीचे जाने के कारण कुएं, तालाब व चापाकल भी सूख गये हैं.
कई गांवों में ज्यादातर चापाकलों ने पानी देना बंद कर दिया हैं. कुछ गांवों में एक-दो चापाकल चालू हैं. जहां पानी के लिए लंबी लाइन लगी रहती है. पानी के लिए कई घंटे इंतजार करना पड़ता है. गरमी के दिनों में इन क्षेत्रों में पेयजल की समस्या विकराल हो रही है. ग्रामीण दूसरे गांवों से साइकिल व अन्य वाहनों से पानी ला रहे हैं.
उधर, कुछ लोग तो कुएं का गंदा पानी पीने को मजबूर हैं. कुछ गांवों में पहाड़ी होने के कारण साधारण बोरिंग कर चापाकल नहीं लगाया जा सकता है. इन क्षेत्रों में सिर्फ रिंग बोरिंग से ही पानी की व्यवस्था हो सकती हैं. इस संबंध में नगर के बीस सूत्री सदस्य रंजीत कुशवाहा, पंचायत समिति सदस्य शारदा देवी व शिव कुमार प्रसाद आदि ने बताया कि इन सभी गांवों में पेयजल की समस्या बढ़ती ही जा रही है. पीएचइडी द्वारा खराब पड़े चापाकलों की मरम्मत नहीं की जाती है. सिर्फ आश्वासन मिलता है.