मगध विवि में अब दो अप्रैल से होंगी बीएड की सभी परीक्षाएं

बोधगया : परीक्षा शुरू होने से पहले ही प्रश्नपत्रों के वायरल होने के कारण स्थगित की गयी बीएड की परीक्षा अब दो अप्रैल से शुरू की जायेगी. यह जानकारी कुलपति प्रो कमर अहसन ने शुक्रवार को एमयू में मीडिया को दी. उन्होंने कहा कि कुछ लोग विश्वविद्यालय की छवि खराब करने में जुटे हैं और […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 10, 2018 5:02 AM

बोधगया : परीक्षा शुरू होने से पहले ही प्रश्नपत्रों के वायरल होने के कारण स्थगित की गयी बीएड की परीक्षा अब दो अप्रैल से शुरू की जायेगी. यह जानकारी कुलपति प्रो कमर अहसन ने शुक्रवार को एमयू में मीडिया को दी. उन्होंने कहा कि कुछ लोग विश्वविद्यालय की छवि खराब करने में जुटे हैं और साजिश के तहत प्रश्नपत्रों को लीक किया जा रहा है. इसमें आंतरिक संलिप्तता है. इसे लेकर प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी है.

पेपर लीक मामले की हो रही जांच : कुलपति ने कहा कि बीएड सहित अन्य परीक्षाओं को कदाचारमुक्त संपन्न कराने की दिशा में एमयू प्रशासन काम शुरू कर चुका है. अब इससे परेशान कुछ साजिशकर्ता प्रश्नपत्र लीक कर रहे हैं. इससे पता चलता है कि पहले किस तरह से परीक्षाएं आयोजित होती रही हैं. वीसी ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए बीएड के और कॉलेज खुले, इससे छात्र-छात्राओं को फायदा होगा, पर सिर्फ व्यवसाय के रूप में बीएड कॉलेजों को खोलना और प्रश्नपत्रों को लीक करा कर परीक्षाएं आयोजित करने से विद्यार्थियों को भारी नुकसान होगा. उन्होंने कहा कि प्रश्नपत्रों के लीक होने की जांच शुरू कर दी गयी है व इसकी जानकारी कुलाधिपति कार्यालय को भी दे दी गयी है.
पहले दिन की परीक्षा भी रद्द
वीसी ने कहा कि परीक्षा के लिए बनाये गये आठ केंद्रों व एमयू मुख्यालय स्थित स्ट्रांग रूम में ही प्रश्नपत्रों को रखा गया था. अब लीक करनेवालों की पहचान की जायेगी व अगली परीक्षा दो अप्रैल से शुरू होगी. इसमें पहले दिन आयोजित परीक्षा को भी रद्द कर दिया गया है. 19 मार्च को होनेवाली परीक्षा भी स्थगित करते हुए नये सिरे से बीएड की परीक्षा पूरी चुस्ती व गोपनीयता के साथ शुरू की जायेगी.
इस अवसर पर कुलसचिव डॉ शैलेश कुमार सिंह व परीक्षा नियंत्रक डॉ बिमल प्रसाद सिंह भी उपस्थित थे. गौरतलब है कि बीएड फर्स्ट व सेकेंड इयर की परीक्षा सात मार्च से शुरू की गयी थी व आठ व नौ मार्च को आयोजित परीक्षा को प्रश्नपत्रों के वायरल होने के कारण स्थगित करते हुए पूरी परीक्षा को ही स्थगित करने का निर्णय लिया गया था.

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