गर्मी बढ़ते ही खिजरसराय के कई इलाकों में सूखे चापाकल

आदमपुर, पहाड़तली हरिजन टोला सहित कई जगहों पर पीने के पानी के लिए तरस रहे लोग खिजरसराय : गर्मी की तपिश अभी बाकी है, लेकिन क्षेत्र में जल संकट शुरू हो गया है. जलस्तर के नीचे जाने की वजह से कई इलाकों के चापकल सूख गये हैं, जिससे लोग पीने के पानी के लिए तरस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 31, 2018 4:30 AM

आदमपुर, पहाड़तली हरिजन टोला सहित कई जगहों पर पीने के पानी के लिए तरस रहे लोग

खिजरसराय : गर्मी की तपिश अभी बाकी है, लेकिन क्षेत्र में जल संकट शुरू हो गया है. जलस्तर के नीचे जाने की वजह से कई इलाकों के चापकल सूख गये हैं, जिससे लोग पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं. किसी तरह लोग कुएं से पानी भर कर अपनी प्यास बुझा रहे हैं. बरसात के मौसम में तालाबों या बड़े गड्ढों में पानी जमा होने से अंडरग्राउंड वाटर लेवल रिचार्ज होने में मदद मिलती है, लेकिन सही तरीके से जल संचय नहीं होने की वजह से गर्मी में जल संकट रहता है. हर साल स्थिति भयावह रूप लेती जा रही है. इस बार भी गर्मी की तपिश बढ़ने के साथ ही नीमचक बथानी अनुमंडल क्षेत्र के पहाड़ी इलाकों में स्थिति और गंभीर हाे गयी है.
मोहड़ा प्रखंड के टेटारू, मोहड़ा, गेहलौर के कुछ इलाकों सहित जेठियन-वनगंगा मार्ग के किनारेवाले इलाकों में अभी से ही स्थिति विकट है. खिजरसराय के आदमपुर, पहाड़तली हरिजन टोला, नादरा, धनसिंगरा सहित अन्य इलाकों में भी जलस्तर नीचे जाने के कारण चापाकलों ने पानी देना बंद कर दिया है.
खेती के लिए पटवन शुरू होने पर स्थिति हो जाती है और भी गंभीर
खेती के लिए पटवन शुरू होने के बाद, तो स्थिति और भी खराब हो जाती है. पटवन के लिए जमीन के नीचे से पंप सेटों से पानी खींचा जाता है. इससे अंडरग्राउंड वाटर लेवल और भी नीचे चला जाता है. बथानी के बथानी बाजार, गोपाल नगर, भूपेश नगर, ढकनी फील्ड, अजय नगर सहित अन्य पहाड़ी इलाकों में अभी से पेयजल के लिए लोग काफी परेशान हैं. सरकारी चापाकलों में अधिकांश ने पानी देना बंद कर दिया है, जिससे जल संकट उत्पन्न हो गया है.
क्या कहते हैं लोग
सरबहदा में जल संकट कोई नयी बात नहीं है. सरबहदा, ब्राह्मण टोला, ठाकुर टोला सहित अन्य टोलों के लोग एकमात्र चापाकल पर निर्भर हैं. गर्मी में तीन इंच व डेढ़ इंच वाली बोरिंग से पानी नहीं निकलता है. जिन चापाकलों से थोड़ा पानी निकलता भी है, वह भी दूिषत रहता है.
विमल पांडेय, सरबहदा बाजार
सरकार को कोई ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए कि पेयजल संकट न हो. इसके लिए जिला पदाधिकारी से लेकर विधायक, सांसद तक से स्थायी व्यवस्था के लिए गुहार लगा चुकी हूं. बंद पड़े चापाकलों को बनवाने की व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि संकट कम हो सके.
रीता देवी, गांव निवासी

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