कई ट्रेनों का परिचालन हुआ बािधत

38 नामजद के अलावा 2000 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी गया : एससी/एसटी एक्ट में किये गये संशोधन के विरोध में बंद समर्थकों ने सोमवार को गया रेलवे स्टेशन पर जम कर उत्पात मचाया. कई संगठनों के समर्थकों ने लाठी, डंडा, हॉकी, बैनर से लैस होकर सुबह से ही गया रेलवे स्टेशन परिसर में पहुंच कर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 3, 2018 5:00 AM

38 नामजद के अलावा 2000 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी

गया : एससी/एसटी एक्ट में किये गये संशोधन के विरोध में बंद समर्थकों ने सोमवार को गया रेलवे स्टेशन पर जम कर उत्पात मचाया. कई संगठनों के समर्थकों ने लाठी, डंडा, हॉकी, बैनर से लैस होकर सुबह से ही गया रेलवे स्टेशन परिसर में पहुंच कर हंगामा शुरू कर दिया. परिसर में तोड़-फोड़ के कारण सभी प्लेटफॉर्मों पर यात्रियों के बीच अफरा-तफरी मच गयी. हंगामा की सूचना मिलते ही आरपीएफ, जीआरपी व सीआइबी के जवानों ने प्लेटफॉर्म पर पहुंच कर लोगों को शांत कराने की कोशिश की. लेकिन, समर्थकों की तोड़-फोड़ जारी रही. कई संगठनों के समर्थकों ने टिकट बुकिंग काउंटर, पूछताछ कार्यालय, टी-स्टॉल, बुक स्टॉल, पर्यटल विभाग
कार्यालय, आइआरसीटीसी कार्यालय सहित अन्य विभागों में घुस कर तोड़-फोड़ की. साथ ही रेलवे परिसर व पोर्टिको में लगे डिसप्ले बोर्ड को
फोड़ दिया.
इन ट्रेनों को रोक कर किया हंगामा : समर्थकों द्वारा गया-पटना पैसेंजर ट्रेन, भभुआ-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस, गया-अासनसोल पैसेंजर ट्रेन, पुरुषोत्तम एक्सप्रेस, महाबोधि एक्सप्रेस,धनबाद-गया इंटरसिटी एक्सप्रेस तथा गंगा-सतलज लुधियाना एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेनों को रोक कर प्लेटफॉर्म पर हंगामा किया. इस कारण यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. बताया जाता है कि संगठनों के समर्थक ट्रेनों में ने घुस कर यात्रियों को बाहर निकाल रहे थे. इस दौरान कई यात्रियों को ट्रेन के गेट पर चोट भी लग गयी.
रेल अधिकारी शीघ्र करेंगे निरीक्षण : बंद समर्थकों ने गया रेलवे स्टेशन की लगभग 40 लाख का संपत्ति का नुकसान किया है. इस संबंध में स्टेशन प्रबंधक बीएन प्रसाद ने बताया कि तोड़-फोड़ में रेलवे को लगभग 40 लाख रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है. बताया जाता है कि वरीय अधिकारियों द्वारा जल्द ही निरीक्षण किया जायेगा. रेलवे संपत्ति काे नुकसान पहुंचाने वाले बंद समर्थकाें में 38 नामजद के अलावा 2000 अज्ञात लाेगाें के खिलाफ रेल प्रशासन ने प्राथमिकी दर्ज करायी है.
भारत बंद के आह्वान पर चार जोड़ी ट्रेनें रद्द
बंद समर्थकों के उत्पात को देखते हुए वरीय अधिकारियों के निर्देश पर 53363/53364 गया-डेहरी ऑन सोन-गया पैसेंजर ट्रेन, 53624 गया-किऊल पैसेंजर ट्रेन, 53626 गया-किऊल पैसेंजर ट्रेन, 53226 गया-बख्तियारपुर पैसेंजर ट्रेन को रद्द कर दिया गया. पटना और गया के बीच चलने वाली 63246/63249 पैसेंजर ट्रेन भी रद्द रही. इस कारण यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़. बताया जाता है कि ट्रेनों को अचानक रद्द कर देने के कारण यात्रियों को टिकट वापस कराने में परेशानियों का सामना करना पड़ा.
स्टेशन पर तीन लोग हुए घायल
संगठनों के समर्थकों द्वारा स्टेशन पर तीन लोगों को घायल कर दिया गया. बताया जाता है कि बुक स्टॉलकर्मी रमेश राय, पोर्टर संजय कुमार, कैरेज एंड वैगन के एक रेलकर्मी निर्मल कुमार सहित अन्य लोग भी घायल हो गये. रेल कर्मचारियों के सहयोग से सभी घायलों को रेलवे अनुमंडल अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों द्वारा घायलों का इलाज कर घर जाने की छुट्टी दे दी गयी.
दुकानें बंद कीजिए, नहीं तो परिणाम भुगतिए
समर्थन में उतरीं कई राजनीतिक पार्टियां भी
इस बंद का समर्थन करने सभी विपक्षी पार्टियों के नेता व कार्यकर्ता सड़कों पर दिखे. जिला राजद के अध्यक्ष मुर्शीद आलम के नेतृत्व में कार्यकर्ता टॉवर चौक पर जमा हुए और जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे लोगों को अपना समर्थन दिया. कांग्रेस के जिलाध्यक्ष चंद्रिका प्रसाद यादव के नेतृत्व में बंद को समर्थन दिया गया. जाप के प्रदेश महासचिव उमैर खान, जिलाध्यक्ष भवानी सिंह, युवा शक्ति के अध्यक्ष ओम यादव के नेतृत्व में स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों को समर्थन मिला. इसके अलावा आॅल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन के राज्य उपाध्यक्ष कुमार जितेंद्र के नेतृत्व में बंद को समर्थन मिला. भाकपा माले(लिबरेशन) ने भी बंद का समर्थन करते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. जिला सचिव निरंजन कुमार, ऐपवा की जिला सचिव रीता वर्णवाल आदि ने बंद का समर्थन करते हुए जुलूस निकाला. भाकपा, मगध प्रमंडलीय युवा रविदास महासभा, जिला आंबेडकर सेना ने भी प्रदर्शन में बढ़-चढ़ कर भाग लिया.
नाबालिग है अमित, नहीं चलाना जानता व्हाट्सएप
पटना में रह कर आइआइटी की तैयारी कर रहा था अमित
अमित पटना के कृष्ण नगर मुहल्ले में रह कर आइआइटी की तैयारी कर रहा था. अमित की गिरफ्तारी के बाद पटना पुलिस उसके पिता मुनेश्वर प्रसाद को भी गिरफ्तार कर ले गयी है. पटना पुलिस जब मुनेश्वर को गिरफ्तार करने आयी थी तब उनकी पत्नी पूर्व जिप सदस्य पूनम देवी ने पुरजोर विरोघ करते हुए कहा था कि बाराचट्टी पुलिस से उनके व परिवार के आचरण की जांच कर कार्रवाई की जाये. पूनम देवी का कहना है कि उनका बेटा निर्दोष है और वह व्हाट्सएप भी नहीं चलाता है. पुलिस ने आलोक और अमित के बीच फोन पर हुई बातचीत के आधार पर ही उसे गिरफ्तार किया है. पूनम ने बताया कि उन्होंने पटना के एसएसपी मनु महाराज से मांग की है कि नाबालिग बच्चे को बेवजह कानून के घेरे में लाकर उसकी जिंदगी तबाह होने से बचाएं. गौरतलब है कि सीबीएसइ पेपर लीक कांड का मामला उजागर होने के बाद पुलिस ने एक साथ कई जगहों पर छापेमारी की जिसके तहत अमित व उसके पिता मुनेश्वर को गिरफ्तार किया है.

Next Article

Exit mobile version