फायर मैन के क्वार्टर की छत जर्जर गिरने का है डर, नहीं आती नींद

बिल्डिंग बनाने के नाम पर तोड़ा गया क्वार्टर, जर्जर आवास में रहते हैं कर्मचारी बाहर किराये के कमरे में रहने पर घटनास्थल पर पहुंचने में होती है देरी गया : अगलगी की सूचना पर फायर ब्रिगेड कार्यालय को मिलते ही यहां के फायर मैन जिस हालत में रहते हैं उसी में तुरंत घटनास्थल पर पहुंच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 4, 2018 4:49 AM

बिल्डिंग बनाने के नाम पर तोड़ा गया क्वार्टर, जर्जर आवास में रहते हैं कर्मचारी

बाहर किराये के कमरे में रहने पर घटनास्थल पर पहुंचने में होती है देरी
गया : अगलगी की सूचना पर फायर ब्रिगेड कार्यालय को मिलते ही यहां के फायर मैन जिस हालत में रहते हैं उसी में तुरंत घटनास्थल पर पहुंच जाते हैं. लेकिन इनके रहने व आराम करने वाली जगहों पर किसी अधिकारी ने अब तक ध्यान नहीं दिया है. अग्नि शमन विभाग के फायर मैन को रहने के लिए जर्जर बिल्डिंग दिये गये हैं. यहां रह रहे फायर मैन ने बताया कि बिल्डिंग के दूसरे तल्ले की छत पूरी तौर से गिर गया है. ग्राउंड फ्लोर पर हमलोग को रहने के लिए दिया गया है.
इसकी भी छत से हर रोज टूट कर टुकड़ों में गिरते रहता है. रात में डर लगता है कि कहीं पूरी छत ही न गिर जाये. इस चिंता में कर्मियों को रात भर नींद तक नहीं आती. नहीं सोने के कारण किसी जगह सूचना मिलने पर जाने के समय शरीर काम नहीं करता है. उन्होंने बताया कि बाहर कुछ भी आवाज होने पर तुरंत ही उठ कर बैठ जाते हैं. सोना होता है, तो ऑफिस के बाहर पेड़ के नीचे ही बिछावन डाल लेते हैं.
ठेकेदार का हुआ समय समाप्त
कर्मचारियों के आवास व ऑफिस बनाने के लिए करीब ढाई करोड़ रुपये में एक कंस्ट्रक्शन कंपनी को टेंडर दिया गया था. समय पर काम नहीं शुरू करने के कारण टेंडर कैंसिल कर दिया गया है. फायर स्टेशन सहायक अधिकारी हनुमान राम ने बताया कि विभाग द्वारा दोबारा टेंडर निकालने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है. बिल्डिंग बनने के बाद सारी स्थिति में सुधार हो जायेगी.
नहीं बनी नयी बिल्डिंग
फायर मैन ने बताया कि पुराने क्वार्टर को नयी बिल्डिंग बनाने के नाम पर तोड़ दिया गया है. इसके बाद कई माह बीत जाने पर भी काम शुरू नहीं किया गया है. फायर मैन अगर ऑफिस से बाहर कमरा लेकर रहते हैं, तो वे समय पर घटनास्थल पर नहीं पहुंच पाते हैं. जानकारों का कहना है कि यहां सिर्फ ऑफिसर के रहने के लिए एक क्वार्टर दिया गया है, जिसमें फायर स्टेशन पदाधिकारी रहते हैं. एक फायर स्टेशन सहायक पदाधिकारी कार्यालय परिसर के एक कमरे में बेड लगा कर रहते हैं व दूसरे सहायक पदाधिकारी प्राइवेट में कमरा लेकर रहते हैं.

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