गया: प्राइवेट पब्लिक पार्टनर(पीपीपी) मोड के तहत सम्मान फाउंडेशन, पटना द्वारा टॉल फ्री नंबर 1099 की दो एंबुलेंस व तीन शव वाहन संचालित है. इनमें कार्यरत 23 कर्मचारियों को आठ माह से वेतन भुगतान नहीं किया गया है.
बाध्य होकर सभी कर्मचारी वेतन भुगतान किये जाने तक हड़ताल पर चले गये हैं. हालांकि अस्पताल प्रशासन की ओर से उन्हें समझाने-बुझाने का प्रयास किया जा रहा है. पर, वे सब मानने को तैयार नहीं है.
इससे पूर्व मार्च में भी करीब दस दिनों तक हड़ताल कर चुके हैं. तब फाउंडेशन के हेल्थ मैनेजर मोहम्मद हमीम ने दो दिनों के अंदर वेतन भुगतान करने का आश्वासन देकर हड़ताल समाप्त कराया था. लेकिन, अब भुगतान नहीं किये जाने से कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है.
फाउंडेशन के कर्मचारियों की माने तो उनकी संख्या 23 है. इनमें 14 ड्राइवर, चार इएमटी (इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन) व पांच हेल्पर शामिल हैं. ड्राइवर का मानदेय सात हजार रुपये, इएमटी का आठ हजार रुपये व हेल्पर का पांच हजार रुपये निर्धारित है. एक एंबुलेंस व दो शव वाहन मगध मेडिकल अस्पताल में और एक एंबुलेंस व एक शव वाहन जयप्रकाश नारायण अस्पताल में संचालित है. दो अक्तूबर से सभी कार्यरत है. सिर्फ आठ एंबुलेंस चालकों को अक्तूबर-नवंबर का मानदेय भुगतान किया गया है. शेष को अब तक भुगतान नहीं हो सका है. हड़ताल की सूचना कर्मचारियों ने डीएम व अस्पताल प्रशासन को नौ मई को ही दे चुके हैं.