दो दिन तक प्रदेश का सबसे प्रदूषित शहर रहा गया
गया : प्रदेश के सभी शहरों के मुकाबले गया पिछले दो दिनों में सबसे प्रदूषित शहर रहा है. गया का एयर क्वालिटी इंडेक्स शुक्रवार व शनिवार को क्रमश: 193 व 175 मापा गया. बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से जुड़े वैज्ञानिक कहते हैं कि पिछले कुछ दिनों में मौसम में हुए परिवर्तन के कारण गया […]
गया : प्रदेश के सभी शहरों के मुकाबले गया पिछले दो दिनों में सबसे प्रदूषित शहर रहा है. गया का एयर क्वालिटी इंडेक्स शुक्रवार व शनिवार को क्रमश: 193 व 175 मापा गया. बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से जुड़े वैज्ञानिक कहते हैं कि पिछले कुछ दिनों में मौसम में हुए परिवर्तन के कारण गया के वातावरण में खतरनाक गैसों की मात्रा बढ़ी है. इसके अलावा सड़कों पर दौड़ती गाड़ियों से निकलनेवाला धुआं भी एक प्रमुख कारण है.
रविवार को भी गया का एयर क्वालिटी इंडेक्स 186 (शाम पांच बज कर 27 मिनट पर) मापा गया है. शुक्रवार को गया का प्रदूषण 193, पटना का 105, मुजफ्फरपुर का 86 रहा. वहीं, शनिवार को पटना का 162, मुजफ्फरपुर का 86 रहा है.
क्यों बनती है ऐसी स्थिति बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वैज्ञानिक एसएन जायसवाल कहते हैं कि गर्मी के मौसम में प्रदूषण दूसरे मौसम के मुकाबले बढ़ जाता है. इस वक्त हवा में तैर रही नाइट्रोजन गैस दूसरे रसायन और हाइड्रो कार्बन के साथ रिएक्ट कर जाती है. रिएक्ट होने के बाद यह सूर्य से निकलती ओजोन गैस के साथ मिल जाती है. जब यह गैस धरती पर पहुंचती है, तो वहां पहले से मौजूद दूसरे पदार्थ के साथ मिल जाती है. इस वजह से इस मौसम में सांस लेने में लोगों को काफी परेशानी होती है.
खटारा गाड़ियां जानलेवा
गया शहर में हाल के वर्षों में दोपहिया व चारपहिया वाहनों की संख्या में काफी इजाफा देखने को मिला है. कई बार ऐसे वाहन सड़कों पर दौड़ रहे होते हैं, जिनका पाॅल्यूशन टेस्ट कभी हुआ ही नहीं होता. इसके अलावा अपनी मियाद पूरी कर चुके पुराने वाहन भी सरपट सड़कों पर दौड़ाये जा रहे हैं. यहीं नहीं, कॉमर्शियल वाहन (आॅटो) जो डीजल से चलते हैं, उनकी भी संख्या शहर में हजारों में हैं, जो सीधे तौर पर हवा में जहर उगल रहे हैं. इसके कारण भी गया शहर का वातावरण जहरीला हो रहा है. जिला परिवहन कार्यालय द्वारा ऐसे वाहन मालिकों के खिलाफ कार्रवाई में बहुत ढिलाई बरती जाती है.