हर जिले में होंगे डॉग व बम डिस्पोजल स्क्वाड
पूरे सूबे में रेंज स्तर पर माइक्रो लेवल का किया जा रहा क्राइम रिव्यू गया : पुलिस चुस्ती के आगे नक्सलियों का एरिया सिमटता जा रहा है. उनका प्रभाव अब न के बराबर केेवल जंगली इलाकों में ही रह गया है. उनकी समाप्ति के लिए भी कई स्तर पर काम किये जा रहे हैं. पुलिसिया […]
पूरे सूबे में रेंज स्तर पर माइक्रो लेवल का किया जा रहा क्राइम रिव्यू
गया : पुलिस चुस्ती के आगे नक्सलियों का एरिया सिमटता जा रहा है. उनका प्रभाव अब न के बराबर केेवल जंगली इलाकों में ही रह गया है. उनकी समाप्ति के लिए भी कई स्तर पर काम किये जा रहे हैं. पुलिसिया कार्रवाई के कारण नक्सली हर इलाके में कमजोर पड़ गये हैं. पूरी तरह सफाया करने की रणनीति भी बनायी गयी है. इसके तहत अब हर जिले में डाॅग स्क्वाड व बम डिस्पोजल स्क्वाड का गठन किया जायेगा. ये बातें प्रमंडलीय आयुक्त सभागार में पत्रकारों को संबोधित करते हुए राज्य के डीजीपी केएस द्विवेदी ने शुक्रवार को कहीं. उन्होंने कहा कि नक्सलियों पर कंट्रोल करने की दिशा में कई तरह के कदम उठाये गये हैं. यही कारण है कि इन दिनों प्रदेश में नक्सली वारदात में काफी कमी आयी है. इसमें कई तरह की योजनाएं बना कर प्रदेश स्तर पर काम किये जा रहे हैं.
डीजीपी ने कहा कि पूरे सूबे में रेंज स्तर पर माइक्रो लेवल का क्राइम रिव्यू किया जा रहा है. थाना लेवल तक अपराध बढ़ने व घटने की समीक्षा की जा रही है. अपराध कहां बढ़ रहा है, इसके क्या कारण हैं, इसकी जानकारी जुटायी जा रही है. ताकि, इसमें सुधार लाने के लिए कदम उठाये जा सकें.
बोधगया की सुरक्षा पर उठाये जा रहे बेहतर कदम : डीजीपी ने कहा कि महाबोधि मंदिर की सुरक्षा को लेकर सारे कदम उठाये जा रहे हैं. कई बिल्डिंग बनाने का काम किया जा रहा है. सीआइएसएफ को बोधगया की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपने की बात पर कहा कि मुख्यमंत्री स्तर पर साफ तौर से कहा गया है कि सुरक्षा के लेवल पर किसी भी विषय को टाला नहीं जा सकता है. किसी के इंतजार में सुरक्षा को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है.
इसलिए हमारी ओर से हर तरह के एहतियाती कदम उठाये गये हैं. उन्होंने कहा कि बोधगया के बारे में सरकार की ओर से सीआइएसएफ को प्रस्ताव दिया गया था कि सीआइएसएफ को यहां जिम्मेदारी सौंप दी जाती है, तो यहां की सुरक्षा व्यवस्था बेहतर होगी. सीआइएसएफ की व्यवस्था होने तक यहां की व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त कर दी गयी है. यहां ट्रैफिक सिस्टम में सुधार के लिए कई कदम उठाये गये हैं. वहीं, सुरक्षा के मद्देनजर स्कैनर से गुजरनेवाले विदेशी श्रद्धालुओं को हो रही परेशानी को दूर करने की दिशा में भी विचार-विमर्श चल रहा है.
पुलिस के पास डॉग्स की कमी नहीं : डीजीपी ने कहा कि तीन फेज में सभी जिलों में डॉग स्क्वाड व बम डिस्पोजल स्क्वाड का गठन किया जाना है. प्रथम फेज में रेंज स्तर पर टीम का गठन कर लिया गया है. दूसरे फेज में बड़े जिलों में टीम गठन करने का काम शुरू कर दिया गया है. दूसरे फेज का काम खत्म होते ही तीसरे फेज का काम शुरू किया जायेगा. तीसरे फेज में सभी जिलों में डॉग स्क्वाड व बम डिस्पोजल स्क्वाड का गठन कर लिया जायेगा. डीजीपी ने कहा कि पुलिस के पास डॉग्स की कमी नहीं है. जहां भी जरूरत होती है टीम को भेजा जाता है.
डीजीपी केएस द्विवेदी ने मगध प्रमंडल के जिलों के पुलिस अधिकारियों के साथ की बैठक
इंट्री माफिया का जाल कमा : जोनल आइजी
अधिकारियों के साथ
की समीक्षा बैठक
डीजीपी के गया पहुंचने पर प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय परिसर में जिला पुलिस द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इसके बाद प्रमंडल के सभी जिलों के एसपी, डीएसपी के साथ डीजीपी ने बैठक कर आपराधिक घटनाओं की समीक्षा, केस के अनुसंधान की प्रगति, केस डिस्पोजल, नक्सली गतिविधियों व अपराध नियंत्रण को लेकर कई दिशा निर्देश दिये. डीजीपी ने बैठक में अधिकारियों से साफ तौर पर कहा कि किसी केस का अनुसंधान समय पर पारदर्शिता बरकरार रखते हुए पूरा किया जाये. अपराध नियंत्रण के लिए सभी क्षेत्रों में एहतियाती कदम उठाये जायें. आपराधिक घटनाओं के बारे में जानकारी मिलने पर तुरंत ही कार्रवाई की जाये. अपराध नियंत्रण में बरती गयी लापरवाही किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जायेंगी. इस मौके पर एडीजी (सीआइडी) विनय कुमार, जोनल आइजी नैयर हसनैन खां, डीआइजी विनय कुमार, एसएसपी गरिमा मलिक, सिटी एसपी गौरव मंगला आदि कई पदाधिकारी मौजूद थे.
जहरखुरानी का सदस्य जंक्शन से गिरफ्तार
गया-किऊल पैसेंजर में चोरी की घटना स्वीकारी
सीआइबी इंस्पेक्टर ने बताया कि आरोपित धनश्याम कुमार पैसेंजर ट्रेनों में अपने दोस्तों के साथ लूटपाट व चोरी की घटनाओं को अंजाम देता था. बताया जाता है कि 10 अप्रैल को गया-किऊल पैसेंजर ट्रेन में घुस कर एक यात्री का सामान लूट कर फरार हो गया था. पीड़ित यात्री ने किऊल थाने में अज्ञात चोरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी थी. आरोपित ने पुलिस के समक्ष अपना गुनाह कबूल करते हुए गया-किऊल पैसेंजर ट्रेन में यात्री का सामान लूटने की बात स्वीकार की है.
आरपीएफ कमांडेंट के निर्देश पर बनी टीम
आरपीएफ सीनियर कमांडेंट अशीष मिश्रा ने निर्देश पर सीआइबी की टीम गठित की गयी. उक्त टीम में इंस्पेक्टर बीके सिंह, जवान प्रवीण कुमार मिश्रा, महेंद्र चौधरी, अवधेश कुमार, हरिनाथ प्रसाद, आरके मीणा सहित दो अन्य अधिकारी शामिल हैं. इसी टीम ने जहरखुरानी के सदस्य को पकड़ा. इसके अलावा उक्त टीम गया रेलवे स्टेशन, मानपुर, किऊल, जमालपुर, चाकंद, बेलागंज, जहानाबाद सहित अन्य स्टेशनों पर सिविल ड्रेस में छापेमारी अभियान चलायेगी. साथ ही रेल यात्रियों को भी जहरखुरानी के बारे में बतायेगी.