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आसमां से बरस रही आग, पारा 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा
गया : उफ! कब मिलेगी ऊमस भरी गर्मी से राहत. पिछले तीन दिनाें से पड़ रही प्रचंड गर्मी व हॉट वेव अब लाेगाें के बर्दाश्त से बाहर हाे रहा है. हालांकि अभी ताे पिछले ही साल के कई रिकाॅर्ड नहीं टूटे हैं. पिछले चार सालाें में पांच जून 2017 को अधिकतम तापमान 46.1 डिग्री सेल्सियस […]
गया : उफ! कब मिलेगी ऊमस भरी गर्मी से राहत. पिछले तीन दिनाें से पड़ रही प्रचंड गर्मी व हॉट वेव अब लाेगाें के बर्दाश्त से बाहर हाे रहा है. हालांकि अभी ताे पिछले ही साल के कई रिकाॅर्ड नहीं टूटे हैं. पिछले चार सालाें में पांच जून 2017 को अधिकतम तापमान 46.1 डिग्री सेल्सियस पर जा पहुंचा था.
इस सीजन में सोमवार के मुकाबले मंगलवार काे गया का अधिकतम पारा 1.2 डिग्री बढ़ कर 43.9 डिग्री व न्यूनतम पारा डेढ़ डिग्री बढ़ कर 27.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस साल का पूरे राज्य में अब तक का सबसे अधिकतम स्काेर है.
गया में प्रचंड गर्मी का कारण है भाैगाेलिक : गया की गर्मी राज्य में चर्चित है. यहां हमेशा रिकाॅर्डताेड़ गर्मी पड़ती है. इसकी खास वजह भाैगाेलिक वातावरण का हाेना है. गया से हाेकर कर्क रेखा गुजरी है. आस-पास का पूरा क्षेत्र पहाड़ियाें से घिरा है आैर वह भी इनके आग्नेय चट्टान हैं, जाे अंदर से हमेशा गर्म रहती हैं. चिलचिलाती धूप की वजह से पहाड़ियाें की चट्टान ऊपर से भी गर्म हाे जाती हैं. यहां की नदियां बरसाती हैं, जिससे उनके बालू भी गर्म हाे जाते हैं. हवा इनसे संपर्क में आकर गर्म बहने लगती है. इन्हीं कारणाें से यहां प्रचंड गर्मी पड़ती है. गाैरतलब है कि पिछले वर्ष इस वर्ष के अब तक के तापमान की तुलना में 21 मई 2017 काे 44.2 डिग्री व 25 मई 2017 काे 44.1 डिग्री अधिकतम पारा रहा था. इस साल के पिछले दिन तीनाें का गया के तापमान पर एक नजर दाैड़ायें ताे रविवार व साेमवार काे अधिकतम व न्यूनतम तापमान समान रहा, जब अधिकतम पारा 42.7 डिग्री व न्यूनतम पारा 25.8 डिग्री रहा था.
पांच जून 2017 काे पारा 46.1 डिग्री तक पहुंचा था : अगर वर्ष 2015 की बात करें, ताे उस साल का सबसे गर्म दिन 24 मई रहा था, जब गया का तापमान सीमा पार करते हुए अधिकतम 45.7 डिग्री व न्यूनतम 26.6 डिग्री सेल्सियस पर जा पहुंचा था. 2015 की गर्मी भी चरम पर थी. तीन ऐसे दिन आये जब पारा 45 डिग्री के पार रहा था. 23 मई 2015 काे अधिकतम 45.3 डिग्री फिर 31 मई 2015 काे अधिकतम पारा 45.3 डिग्री व 24 मई 2015 काे अधिकतम पारा 45.7 डिग्री सेल्सियस रहा था. लेकिन, यह रिकाॅर्ड पिछले वर्ष पांच जून 2017 काे टूटा, जब गया का अधिकतम पारा 46.1 डिग्री पर चला गया था.
शीतल पेय की दुकानाें पर उमड़ रही भीड़
मंगलवार काे इस वर्ष के अब तक के सबसे अधिक तापमान ने दिन-रात लाेगाें के खूब पसीने छुड़ाये. गर्मी
व लू से लाेग बेचैन दिखे. न केवल लाेग, बल्कि पशु-पक्षी भी नमी व छांव ढूंढ़ते पाये गये. सुबह करीब आठ बजे से ही कड़ी धूप व गर्म तेज हवा (हिट वेब) के चलने से सड़काें पर आवाजाही कम दिखायी पड़ी. दोपहर में तो सड़कों पर सन्नाटा ही दिखा. कुल्फी, ठंडा पेय, बेल के शर्बत, आमझाेरा व सत्तू की दुकानाें पर लाेगाें की काफी भीड़ देखी गयी.
आ सकती है धूलभरी आंधी, 44 के पार जायेगा पारा
माैसम विज्ञान केंद्र, पटना के उप निदेशक आनंद शंकर की मानें, ताे अगले 24 घंटे में गया में धूलभरी तेज हवा चलने के साथ माैसम आैर हॉट ही हाेगा. इस सप्ताह पारा 44 के पार जाने की संभावना जतायी जा रही है. आसमान में बादल तो नजर आयेंगे, पर फिलहाल बारिश की संभावना नहीं है. पिछले साल बीच-बीच में छिटपुट बारिश हाेती रही थी. लेकिन, सात जून काे 24.8 मिलीमीटर मूसलधार बारिश हुई थी. हालांकि यह मॉनसून की बारिश नहीं थी. इस बार भी 20 जून के बाद मॉनसून के गया में प्रवेश की संभावना जतायी जा रही है आैर यदि ऐसा हुअा, ताे यह कहा जाये कि समय पर मॉनसून प्रवेश करेगा, जिससे बारिश की स्थिति अच्छी रहने की संभावना है.
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