गया : बिहर में गया रेलवे स्टेशन स्थित पुरानी माल गोदाम कॉलोनी के महिलाओं ने बुधवार गया रेलवे स्टेशन स्थित चार नंबर प्लेटफॉर्म से खुलने वाली गया-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन को रोक कर पानी की मांग की. इस दौरान रेलवे अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की. इस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के सदस्य व अधिकारियों ने महिलाओं को समर्थन दिया. महिलाओं ने गया-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन को रोक कर सहायक मंडल अभियंता के खिलाफ नारेबाजी की. यही नहीं कुछ महिलाएं अपने घर से तसला व बल्टी लेकर सहायक मंडल अभियंता विक्रम सेठ से पानी मांगने लगी.
महिलाओं ने बताया कि एक महीने से कॉलोनी में पानी आना बंद है. लेकिन, रेलवे अधिकारियों की ओर से कोई ध्यान नहीं है. महिलाओं ने बताया कि मेरे पति रेल कर्मचारी है. वह दिन भर रेलवे स्टेशन पर काम करते है. लेकिन, घर में पानी नहीं रहने से हमलोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. महिलाओं ने बताया कि एक महीने से पानी बंद है. हमलोग पैसा से खरीद कर पानी खरीदते है. रेलवे अधिकारियों से कई बार पानी के लिए गुहार लगाया. लेकिन, आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला.
जाम की सूचना मिलते ही पहुंचे रेलवे अधिकारी
गया-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन को रोक कर महिलाओं ने प्रदर्शन किया. इसके बाद रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया. जाम की सूचना मिलते ही स्टेशन डायरेक्टर पवनीश कट्टल, स्टेशन प्रबंधक बीएन प्रसाद, सहायक मंडल अभियंता विक्रम सेठ, आरपीएफ इंस्पेक्टर विक्रम सेठ सहित अन्य रेलवे अधिकारी मौके पर पहुंच और लोगों को समझना शुरू कर दिया. लेकिन,महिलाओं का आरोप था आश्वासन देने के बाद रेलवे अधिकारी भूल जाते है. महिलाओं ने कहा कि अगर समय पर पानी की व्यवस्था नहीं किया गया तो आंदोलन किया जायेगा.
आरपीएफ इंस्पेक्टर ने हटाया जाम
गया रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर बैठे महिलाओं को आरपीएफ इंस्पेक्टर एएस सिद्दीकी ने समझा-बुझा कर मामला को शांत कराया. उन्होंने ने महिलाओं को समझाया कि ट्रैक जाम करने के आप लोगों की समस्या दूर हो जाती है तो आप लोग ट्रैक को जाम करें. पुलिस पदाधिकारी नहीं रोकेंगे. आप लोगों को रेलवे अधिकारियों के साथ बैठक करा कर मामला को सुलझाया जायेगा. जल्द से जल्द आप लोगों को पानी की व्यवस्था की जायेगी. आश्वासन मिलने के बाद रेलवे ट्रैक से जाम हटाया. 28 मिनट के बाद गया-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन शुरू हुआ.
हर साल एक ही बात कह कर लौटा देते हैं अधिकारी
महिलाओं ने बताया कि हर साल गर्मी में पानी की समस्या होती है. हर बार रेलवे अधिकारियों से पानी के लिए गुहार लगाया जाता है. हर साल एक ही बात कह कर लौटा दिया जाता है कि पाइप लाइन में काम हो रहा है. जल्द ही आप लोगों को पानी दी जायेगी. टाल-मटोल कर अपने आॅफिस से लौटा देते है. हमलोगों को हर साल आवासन के सिवा कुछ नहीं मिला. अगर समय सीमा के अंदर हमलोगों को पानी मिल जाती तो ट्रैक जाम करने की जरूरत ही नहीं पड़ती.
महिलाओं ने कहा पानी के लिए भटकना पड़ता है
पुरानी माल गोदाम कॉलोनी के महिलाओं ने बताया कि पानी के लिए इधर, उधर भटकना पड़ता है. महिलाओं ने रेलवे अधिकारियों से पानी की समस्या को दूर करने का गुहार लगायी. महिलाओं ने कहा कि पानी के लिए हमलोगों को इधर, उधर भटकना पड़ता है. लेकिन, पानी नहीं मिलता है. सिर्फ आश्वासन मिलता है कि वरीय अधिकारियों से बातचीत की जा रही है. जल्द ही पानी की व्यवस्था की जायेगी.
क्या कहते हैं सहायक मंडल अभियंता
इस संबंध में सहायक मंडल अभियंता विक्रम सेठ ने बताया कि पानी की व्यवस्था करने के लिए वरीय अधिकारियों से बातचीत की जा रही है. जल्द से जल्द पानी की समस्याएं दूर की जायेगी. उन्होंने बताया कि सुबह में कॉलोनियों में पानी के लिए टैंकर भेजा जायेगा.