बाल वैज्ञानिकों ने दिखाया जल संकट होगा कितना खतरनाक
बच्चों के ज्ञान को परखने के लिए एक्स्ट्रा एक्टीविटीज जरूरी गया : गहराते पेयजल संकट और खतरनाक स्तर पर पहुंचे प्रदूषण का असर छोटे-छोटे बच्चों के दिलोदिमाग में घर करने लगा है. ऐसा संकेत शुक्रवार को मानपुर शहर के भुसुंडा के पास विष्णु विहार स्थित इंडस विजन एकेडमी में आयोजित समर कैंप एक्जीबिशन (प्रदर्शनी) में […]
बच्चों के ज्ञान को परखने के लिए एक्स्ट्रा एक्टीविटीज जरूरी
गया : गहराते पेयजल संकट और खतरनाक स्तर पर पहुंचे प्रदूषण का असर छोटे-छोटे बच्चों के दिलोदिमाग में घर करने लगा है. ऐसा संकेत शुक्रवार को मानपुर शहर के भुसुंडा के पास विष्णु विहार स्थित इंडस विजन एकेडमी में आयोजित समर कैंप एक्जीबिशन (प्रदर्शनी) में मिला. जल संरक्षण और उसकी कमी से होनेवाले साइड इफेक्ट्स थीम पर आधारित इस प्रदर्शनी में आर्ट एंड क्राफ्ट, पेंटिंग व ड्राइंग के जरिये बच्चों ने बेजोड़ हुनर का प्रदर्शन किया. बच्चों ने अपने प्रोजेक्ट में जल संचय और पानी की बर्बादी को सचित्र दर्शाया. यह बताने की कोशिश की कि किस तरह पानी का संरक्षण हो सकता है और उसकी फिजूलखर्ची कैसे रोकी सकती है. वहीं, प्रदर्शनी में बाल वैज्ञानिक के रूप में हुनर दिखानेवाले कई बच्चों ने अपने प्रोजेक्ट में प्रदूषण के स्तर को कम करने और पेयजल संकट से निबटने के भी तरीके बताये.
प्रदर्शनी में सभी कक्षाओं के मेधावी छात्र-छात्राओं ने अपनी कला, वैज्ञानिक सोच व हुनर का उत्कृष्ट नमूना पेश किया. किसी ने कला-क्राफ्ट, तो किसी ने पेंटिंग-ड्राइंग के माध्यम से जल के संरक्षण उसके अभाव में होनेवाले दुष्परिणाम के प्रति सचेत किया. उन्होंने अपने प्रोजेक्ट में बताने की कोशिश की है कि अगर अब भी हम पानी को लेकर संजीदा नहीं हुए, तो आनेवाले समय में स्थिति भयावह हो सकती है.
इससे पहले प्रदर्शनी का शुभारंभ स्कूल की डायरेक्टर पुष्पा कुमारी व प्रबंधक इंजीनियर अभिषेक कुमार ने दीप प्रज्वलित कर किया. इस मौके पर प्रबंधक ने कहा कि बच्चों के हुनर व ज्ञान को परखने के लिए प्रदर्शनी जैसी एक्टीविटीज करायी जाती है. साथ ही ऐसे कार्यक्रमों से छात्र-छात्राओं की पर्सनालिटी भी डेवलप होती है. उन्होंने कहा कि क्लास रूम में किताबों के माध्यम से दिया गया ज्ञान शिक्षा का एक पहलू है. वहीं,बच्चों का मानसिक विकास एक्स्ट्रा कर्रिकुलर एक्टीविटीज से बेहतर होता है. गर्मी की छुट्टियों के पहले यह कार्यक्रम बच्चों के ज्ञान की परख करने के लिए किया गया.