मानसिक विकास में संगीत आवश्यक

बोधगया: संगीत हमारे मानसिक व शारीरिक विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है. संगीत ही आत्मा व परमात्मा के मिलन में मुख्य भूमिका निभाता है. यें बातें सोमवार को बोधगया स्थित ज्ञान भारती आवासीय परिसर में आयोजित समर कैंप के उद्घाटन के मौके पर जिले के सुप्रसिद्ध साहित्यकार गोवर्धन प्रसाद सदय ने कहीं. उन्होंने कहा कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 20, 2014 9:47 AM

बोधगया: संगीत हमारे मानसिक व शारीरिक विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है. संगीत ही आत्मा व परमात्मा के मिलन में मुख्य भूमिका निभाता है. यें बातें सोमवार को बोधगया स्थित ज्ञान भारती आवासीय परिसर में आयोजित समर कैंप के उद्घाटन के मौके पर जिले के सुप्रसिद्ध साहित्यकार गोवर्धन प्रसाद सदय ने कहीं.

उन्होंने कहा कि गुरु के साहचर्य से ही हम उन्नति के शिखर पर आसीन होते हैं. उन्होंने कहा कि आज देश को चरित्रवान नागरिकों की आवश्यकता है. आज के छात्र कल देश के भविष्य होंगे. चरित्र का निर्माण विद्यार्थी जीवन में ही होता है.

इसके लिए किताबों की दुनिया से छात्र-छात्रओं को बाहर निकलना होगा. समर कैंप में मौजूद बच्चों को सीख देते हुए उन्होंने कहा कि गुरु का साहचर्य विद्यार्थियों के उत्तम चरित्र निर्माण में मददगार सिद्ध हो सकता है. इसके लिए छात्र-छात्रओं को अपने कर्तव्य का सदैव ध्यान रखना चाहिए. इस अवसर पर गया के सुप्रसिद्ध ठुमरी गायक कामेश्वर पाठक, स्कूल के निदेशक रोमित कुमार, प्राचार्य विनोद कुमार भारद्वाज, उप प्राचार्य राजीव कुमार सहित अन्य ने दीप प्रज्वलित कर समर कैंप का उद्घाटन किया. प्राचार्य श्री भारद्वाज ने बताया कि समर कैंप के दौरान ग्रुप डांस, वोकल म्यूजिक, आर्ट एंड क्राप्ट, पेंटिंग व कराटे का प्रशिक्षण दिया जायेगा. समर कैंप तीन जून को समाप्त होगा.

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