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वार्ड पार्षद अपने पैसों से करा रहे नालियों की सफाई

गया : नगर निगम से नाली सफाई के लिए सभी वार्डों के जमादार को एडवांस नहीं मिलने के कारण शहर में कई जगहों पर नाली सफाई नहीं शुरू की जा सकी है. जिस वार्ड के पार्षद आर्थिक रूप से सुदृढ़ हैं उन्होंने अपना पैसा लगाकर नाली की सफाई कराना शुरू कर दिया है, जिन वार्डों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 20, 2018 4:02 AM
गया : नगर निगम से नाली सफाई के लिए सभी वार्डों के जमादार को एडवांस नहीं मिलने के कारण शहर में कई जगहों पर नाली सफाई नहीं शुरू की जा सकी है. जिस वार्ड के पार्षद आर्थिक रूप से सुदृढ़ हैं उन्होंने अपना पैसा लगाकर नाली की सफाई कराना शुरू कर दिया है, जिन वार्डों में पार्षद आर्थिक रूप से कमजोर हैं, वहां अब तक नाली सफाई का काम शुरू नहीं किया गया है.
निगम सूत्रों ने बताया कि पिछले नगर आयुक्त जनार्दन अग्रवाल ने चेक काटने व एडवांस देने में कंजूसी की इसके कारण ही स्थिति बदतर हो गयी है. कुछ वार्डों के जमादारों को 25-25 हजार रुपये एडवांस दिये गये थे. लेकिन, पैसा खर्च होने के बाद काम वहां भी पूरा नहीं हो सका है. कई गलियों व सड़कों पर नाले का पानी जमा हो गया है.
सूत्रों का कहना है कि सफाई में पार्षद द्वारा पैसा लगाये जाने के कारण देखरेख पर निगम के अधिकारियों का नियंत्रण नहीं है. पार्षद व जमादार अपने मन मुताबिक नालियों की सफाई करा रहे हैं. बाद में मिलीभगत से निगम में बिल जमा कर दिया जायेगा. यह खेल कोई नया नहीं है, सूत्रों का कहना है कि हर वर्ष नालियों की सफाई के नाम पर करोड़ों रुपये का खर्च दिखाया जाता है. लेकिन, बरसात शुरू होते ही निगम की सफाई व्यवस्था की पोल खुल जाती है.

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