महिलाओं के जीवन पर पड़ता है गंदगी का सबसे अधिक प्रभाव

गया : महिलाओं की सुरक्षा, सशक्तीकरण व उन्नति के लिए काम कर रही संस्था निर्भया शक्ति का मानना है कि गंदगी का सबसे अधिक प्रभाव महिलाओं के जीवन पर होता है. इसका सर्वाधिक दुष्प्रभाव इन्हें ही झेलना पड़ता है. वैसे तो स्वच्छता का लाभ समाज के हर वर्ग को मिलता है, पर महिलाओं के लिए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 25, 2018 7:26 AM
गया : महिलाओं की सुरक्षा, सशक्तीकरण व उन्नति के लिए काम कर रही संस्था निर्भया शक्ति का मानना है कि गंदगी का सबसे अधिक प्रभाव महिलाओं के जीवन पर होता है. इसका सर्वाधिक दुष्प्रभाव इन्हें ही झेलना पड़ता है. वैसे तो स्वच्छता का लाभ समाज के हर वर्ग को मिलता है, पर महिलाओं के लिए इसकी खास जरूरत है.
इन तथ्यों को ध्यान में रखते हुए निर्भया शक्ति के सदस्य साफ-सफाई पर भी बल देते हैं. रविवार को संगठन के सदस्यों ने शहर के मध्य स्थित ऐतिहासिक रामसागर तालाब के पास एक स्वच्छता अभियान शुरू किया. इस अभियान के तहत तालाब के किनारे फैली गंदगी हटाने का काम हुआ. हालांकि संगठन के लोग मानते हैं कि यहां और भी काम बाकी है, जिसे अगले चरणों में किया जायेगा.
संगठन के अभियान की देखरेख कर रहीं सत्यवती गुप्ता ने बताया कि उनकी संस्था यहां पौधे भी लगायेगी, ताकि तालाब के इर्द-गिर्द हरियाली बढ़ सके. स्थानीय पार्षद सुधा सिन्हा ने भी सफाई व पौधारोपण में सहयोग करने का आश्वासन दिया है.
महिला शौचालय बनाये निगम
निर्भया शक्ति की मांग है कि शहर में कम से कम दो-तीन जगहों पर महिलाओं के लिए शौचालय बनाये जाएं. श्रीमती गुप्ता ने कहा कि गंदगी के लिए शहर में शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी भी जिम्मेदार है. उनके मुताबिक, बाहर से तीर्थाटन या अन्य कारणों से गया आनेवाली महिलाओं को शौचालय की कमी की वजह से काफी परेशानी होती है.
इस आवश्यकता को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किये जाने पर नगर निगम को बल देना चाहिए. रविवार के स्वच्छता अभियान में गोपाल कुमार, अमित मिश्रा, पीयूष, विक्रम गुप्ता, विक्रम कुमार, सुजल कुमार, कुलदीप गुप्ता, नरेश कुमार गुप्ता, सुनीता देवी, नितेश कुमार, श्याम कुमार व मनीष परमार आदि के अतिरिक्त भाजपा नेता शालिनी सिंह ने भी योगदान किया.

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