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घर की खराब माली हालत से तंग छात्रा ने कर ली खुदकुशी

गया : शहर के दक्षिण दरवाजा मुहल्ले की एक 10वीं की छात्रा ने घर की आर्थिक स्थिति से तंग आकर फांसी लगा कर बुधवार की दोपहर खुदकुशी कर ली. छात्रा को एक प्राइवेट अस्पताल में ले जाया गया, जहां के डॉक्टरों ने उसे मृत बताया. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 28, 2018 4:23 AM
गया : शहर के दक्षिण दरवाजा मुहल्ले की एक 10वीं की छात्रा ने घर की आर्थिक स्थिति से तंग आकर फांसी लगा कर बुधवार की दोपहर खुदकुशी कर ली. छात्रा को एक प्राइवेट अस्पताल में ले जाया गया, जहां के डॉक्टरों ने उसे मृत बताया. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल अस्पताल भेज दिया.
मृतका सानो देवी की 16 वर्षीय बेटी सिमरन बतायी जाती है. पिता बबलू कुमार की मौत कुछ वर्ष पहले एक सड़क हादसे में हो गयी थी. मां सानो देवी ने बताया कि दोपहर में घर से राशन लेने के लिए निकली थी. बेटी ने कहा था कि बाहर से ताला बंद कर चाबी लेती जाओ. हालांकि उसने बाहर से दरवाजा बंद कर सिमरन को खिड़की से चाबी दे दिया.
डेढ़ बजे आयी तो चाबी के लिए आवाज लगाया. अंदर से कोई जवाब नहीं मिला. उसके बाद बाहर से ही खिड़की खोल कर चाबी निकाल अंदर चली गयी. अंदर कमरे में लगे पंखे से बेटी लटकी हुई मिली. उन्होंने बताया कि वह हमेशा घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण तनाव में रहा करती थी. पार्षद अंजना श्रीवास्तव ने मृतका के परिजन को कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत तीन हजार रुपये दिये.
क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी
विष्णुपद थानाध्यक्ष उदय कुमार ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. आत्महत्या का कारण अब तक स्पष्ट नहीं है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
सिमरन ने कहा था- क्या फायदा ऐसी जिंदगी का
आर्थिक तंगी के कारण पिता ने मकान को बेच दिया था लेकिन, कुछ कानूनी पेच आ जाने के कारण मकान का मामला कोर्ट में लंबित था. मकान खरीदने वाले हर रोज मृतका के परिवार को तंग किया करते थे. इससे आजिज आकर मंगलवार की शाम सिमरन ने मां से कहा था कि ऐसी जिंदगी जीने से अच्छा है सब लोग जहर खा लो. पैसा है नहीं, लड़ने की शक्ति भी नहीं है. आखिरी रास्ता आत्महत्या का ही बचता है.

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