अब मेडिकल की दुकानों में भी मुफ्त मिलेंगी टीबी की दवाएं
गया : टीबी के मरीजों को अब प्राइवेट मेडिकल दुकानों में भी मुफ्त में डाॅट्स दवाएं मिल सकेंगी. राज्य सरकार ने इसके लिए आदेश जारी किया है. इसके मुताबिक सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा अब मेडिकल दुकानों में भी दवा उपलब्ध करा दी जा रही है. मरीज चाहे सरकारी में या प्राइवेट में इलाज करा […]
गया : टीबी के मरीजों को अब प्राइवेट मेडिकल दुकानों में भी मुफ्त में डाॅट्स दवाएं मिल सकेंगी. राज्य सरकार ने इसके लिए आदेश जारी किया है. इसके मुताबिक सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा अब मेडिकल दुकानों में भी दवा उपलब्ध करा दी जा रही है. मरीज चाहे सरकारी में या प्राइवेट में इलाज करा रहे हों, उन्हें दवाएं मुफ्त दी जायेंगी.
यक्ष्मा (टीबी) विभाग के स्टेट प्रोग्राम आॅफिसर डाॅ केएन सहाय की देख-रेख में गया जिले में शहर समेत 11 प्रखंडों में मेडिकल दुकानों का चयन कर लिया गया है, जहां दवाएं भी भेजी जा रही हैं. विभाग के निर्देश के मुताबिक सभी प्रखंडों के लिए सुपरवाइजर नियुक्त किये गये हैं. केंद्र सरकार ने टीबी के उपचार में प्रयुक्त दवाओं को कॉस्मेटिक एक्ट 1940 के शेड्यूल एच1 में शामिल किया गया है.
अब यह दवाएं बिना मेडिकल रजिस्टर्ड प्रैक्टिशनर के नहीं बेची जा सकेंगी. चयनित दवा दुकानों को एक रजिस्टर रखे जाने का निर्देश दिया गया है. जो भी रोगी दवा लेने आयेंगे,उनका नाम-पता व जिस चिकित्सक के पास इलाज करा रहे हैं,वहां का पूरा विवरण देना होगा. सुपरवाइजर हर सप्ताह इन दुकानों से दी जा रही दवाओं की जानकारी जिला यक्ष्मा कार्यालय को देंगे.
टीबी फ्री इंडिया कैंपेन की पहल
केंद्र सरकार की टीबी फ्री इंडिया- मिशन 2025 महत्वाकांक्षी योजना को पूरा करने के लिए यह पहल हुई है. अधिकारियों ने बताया कि अब भी केवल 20 प्रतिशत लोग सरकारी अस्पतालों में टीबी के इलाज के लिए पहुंचते हैं. जागरूक नहीं होने के कारण उन्हें यह पता ही नहीं होता कि सरकारी स्तर पर टीबी का इलाज और दवाएं मुफ्त हैं. केंद्र सरकार की योजना को पूरा करने के लिए यह तय किया गया कि अब सरकारी के साथ-साथ प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराने वाले लोगों को दवाएं मुफ्त दी जाये. अब तक प्राइवेट अस्पताल के मरीजों को पैसे देकर दवाएं खरीदनी पड़ती थीं.