बोधगया में मना बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा का 83वां जन्मदिन, लंबी उम्र की प्रार्थना की गयी
बोधगया :बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा का 83वां जन्मदिन बोधगया के महायाना गेस्ट हाउस में शुक्रवार की सुबह 10 बजे मनाया गया. इस अवसर पर बोधगया स्थित लगभग सभी बौद्ध मठों से बौद्ध लामा और भिक्षु शरीक हुए. सभी लोगों ने दलाई लामा की तस्वीर पर खादा अर्पित की और दलाई लामा की लंबी उम्र के […]
बोधगया :बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा का 83वां जन्मदिन बोधगया के महायाना गेस्ट हाउस में शुक्रवार की सुबह 10 बजे मनाया गया. इस अवसर पर बोधगया स्थित लगभग सभी बौद्ध मठों से बौद्ध लामा और भिक्षु शरीक हुए. सभी लोगों ने दलाई लामा की तस्वीर पर खादा अर्पित की और दलाई लामा की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना की. इस मौके पर केक भी काटे गये और भिक्षुओं को संघदान (भोजन) भी कराये गये. बोधगया मंदिर प्रबंधन कमेटी के सचिव एन दोरजे सहित अन्य कई बौद्ध मोनास्टरी के प्रतिनिधि शामिल हुए. समारोह का आयोजन तिब्बत बौद्ध मठ की ओर से किया गया था.
वर्ष 2011 तक तिब्बत के राजकीय प्रमुख रहे कृषक परिवार में जनमे दलाई लामा तेनजिन ग्यात्सो
चौदहवें दलाई लामा तेनजिन ग्यात्सो का जन्म दह जुलाई, 1935 को उत्तरी तिब्बत में आमदो के एक छोटे गांव तकछेर में एक कृषक परिवार में हुआ था. ऐसा विश्वास है कि दलाई लामा अवलोकितेश्वर या चेनेरेजिग का रूप हैं, जो कि करुणा के बोधिसत्त्व तथा तिब्बत के संरक्षक संत हैं. बोधिसत्त्व प्रबुद्ध सत्त्व हैं, जिन्होंने अपना निर्वाण स्थगित कर मानवता की सेवा के लिए पुनर्जन्म लेने का निश्चय लिया है. मालूम हो कि चौदहवें दलाई लामा तेनजिन ग्यात्सो 29 मई, 2011 तक तिब्बत के राजकीय प्रमुख रहे. 29 मई, 2011 को उन्होंने अपनी सारी राजनीतिक शक्तियां और उत्तरदायित्व प्रजातांत्रिक तरीके से चुने हुए तिब्बती नेतृत्व को हस्तांतरित कर दिया. अब वह केवल तिब्बत के सर्वोच्च आध्यात्मिक गुरु हैं.