फ्यूज बदलने में लग गये 19 घंटे !

गया : गुरुद्वारा रोड में शुक्रवार को खराब हुए ट्रांसफॉर्मर के फ्यूज को ठीक करने में साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (एसबीपीडीसीएल) के अधिकारियों को 19 घंटे लग गये. बिजली की सरकारी व्यवस्था होते ही सर्विस के इस हाल ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. गुरुद्वारा रोड में रहनेवाले समाजसेवी बृजनंदन पाठक ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 8, 2018 2:37 AM
गया : गुरुद्वारा रोड में शुक्रवार को खराब हुए ट्रांसफॉर्मर के फ्यूज को ठीक करने में साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (एसबीपीडीसीएल) के अधिकारियों को 19 घंटे लग गये. बिजली की सरकारी व्यवस्था होते ही सर्विस के इस हाल ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. गुरुद्वारा रोड में रहनेवाले समाजसेवी बृजनंदन पाठक ने बताया कि शुक्रवार की शाम पांच बजे इस रोड में लगे एक ट्रांसफाॅर्मर का फ्यूज खराब हो गया. बिजली चली गयी, तो लोग परेशान हो गये.
एसबीपीडीसीएल के कई अधिकारियों के नंबर पर सूचना दी गयी, सभी ने कहा कुछ देर में ठीक हो जायेगा. लेकिन, फ्यूज की मरम्मत नहीं की गयी. लोगों के मुताबिक रात 10 बजे कर्मचारियों ने फोन भी रिसीव करना बंद कर दिया. सुबह सात बजे के बाद कर्मचारियों ने फोन काॅल रिसीव किया. लेकिन, काम नहीं हुआ. गया से पटना तक अधिकारियों को फोन लगाया गया.
मुहल्ले के लोगों की पूरी कसरत के बाद दोपहर एक बजे ट्रांसफाॅर्मर का फ्यूज ठीक किया गया. ट्रांसफॉर्मर का फ्यूज बदलने में लगे 19 घंटे ने सरकारी व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिया है. इलाके के लोगों का कहना है कि एक घंटे के इस काम करने में जब इतना लंबा वक्त लगा, तो बड़ी घटना होने के बाद की स्थिति अभी से ही समझ आ रही है.
…तो फिर ट्रांसफॉर्मर बदलने में लगेगा एक महीना! : इधर, शहर में सरकारी व्यवस्था हो जाने से लोगों में चिंता भी है. मगध काॅलोनी रोड नंबर चार के मंटू शर्मा, श्री निवास शर्मा, गिरिधर कुमार, कौशलेश कुमार, प्रियरंजन कुमार, शिव शंकर, ज्ञानी, राजेश फौजी, अवनीश फौजी समेत अन्य ने कहा कि इंडिया पावर के जाने से वह लोग दुखी हैं.
मंटू शर्मा ने कहा कि इन चार सालों कई बार ऐसे मौके आये हैं, जब बिना घूस दिये बिजली मरम्मत का काम हुआ. उन्होंने कहा कि खराबी होने पर रात के दस बजे फोन आया, बाहर निकलने पर मिस्त्री खड़ा मिला. उन्होंने कहा कि बिजली बोर्ड की व्यवस्था में लोगों को कितनी फजीहत होती थी यह सभी को पता है. लोगों ने कहा कि एक ट्रांसफाॅर्मर खराब होने पर लोगों को बदलवाने के लिए महीनों बिजली कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ता था. एक बार फिर से वही व्यवस्था होने जा रही है. विकास कुमार, विजय कुमार शर्मा, अशोक कुमार ने कहा कि बिहार सरकार कितनी भी कोशिश कर ले यह हकीकत है कि बिजली की बेहतर सर्विस नहीं दे सकती.

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