पाइप लगाने के बदले ठेकेदार ने मांगे रुपये, की शिकायत

बोधगया : जलापूर्ति योजनाओं की समीक्षा करने गया पहुंचे लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (पीएचइडी)के सचिव जितेंद्र श्रीवास्तव ने बुधवार को बकरौर स्थित जलापूर्ति केंद्र व योजना के माध्यम से किये गये कार्यों का जायजा लिया. साथ में डीएम अभिषेक सिंह व जहनाबाद के डीएम आलोक रंजन घोष भी बकरौर पहुंचे थे. इस क्रम में सचिव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 19, 2018 6:35 AM
बोधगया : जलापूर्ति योजनाओं की समीक्षा करने गया पहुंचे लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (पीएचइडी)के सचिव जितेंद्र श्रीवास्तव ने बुधवार को बकरौर स्थित जलापूर्ति केंद्र व योजना के माध्यम से किये गये कार्यों का जायजा लिया. साथ में डीएम अभिषेक सिंह व जहनाबाद के डीएम आलोक रंजन घोष भी बकरौर पहुंचे थे.
इस क्रम में सचिव नेमौके पर शिकायत पंजी एवं संधारण पंजी अनुपलब्ध पाया. संधारित लॉग बुक से सचिव संतुष्ट नहीं हुए व उन्होंने वहां ग्रामीणों से बिजली आपूर्ति अवधि व वोल्टेज की जानकारी प्राप्त की. उन्हें बताया गया कि जलापूर्ति योजना से यहां 2400 घर जुड़े हुए हैं. सचिव द्वारा पंप हाउस का निरीक्षण किया गया व पता चला कि मात्र 1200 घरों के प्रथम तल तक पंपघर से पानी प्राप्त हो रहा है.
ग्रामीणों ने बताया कि घर के छत तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है. गांव वालों ने पानी की समस्या से सचिव को अवगत कराया. जांच में पानी का स्वाद सही पाया गया व देखा गया कि जिन घरों का कनेक्शन मोटे पाइप से जुड़ा है, वहां पानी उनके टंकी तक पहुंच रहा है. लेकिन जिन घरों का कनेक्शन पतले पाइप से जुड़ा है, उनके छतों के टंकी तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है.
निरीक्षण के दौरान पानी टंकी में पाइप लीकेज पाये जाने पर पीएचइडी के कनीय अभियंता आदित्य रंजन को सचिव ने फटकार लगायी. पानी टंकी का ऑपरेटर भी मौके पर अनुपस्थित पाया गया. ग्रामीणों से लगभग 60-70 घरों में पानी नहीं पहुंचने की जानकारी प्राप्त हुई. ग्रामीणों की शिकायत पर पानी की समस्या देखने सचिव खुद ग्रामीणों के घर में लगे पाइप कनेक्शन को देखने पहुंचे. सचिव ने बतसपुर के विनोद कुमार के घर जाकर पाइप देखा.
प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश
निरीक्षण के दौरान बहुत कमियां पायी गयीं. मौके पर ग्रामीणों ने बताया कि पाइप लगाने का भी पैसा सभी लाभुकों से मांगा गया है. इसके बाद बोधगया के बीडीओ को इसकी जांच करके आरोप सही पाये जाने पर ठेकेदार पर प्राथमिकी दर्ज करवाने का आदेश दिया और फ्लाइंग स्क्वायड भेज कर दो-तीन दिनों का कैंप लगवा कर सभी बिंदुओं पर रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया. साथ ही, किसी प्रकार की कमी पाये जाने पर संबंधित के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करवाने का निर्देश सचिव ने दिया.

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