गया से दो महिला गार्डों ने संभाली मालगाड़ियों की कमान

गया : पूर्व मध्य रेल के मुगलसराय मंडल में पहली बार बुधवार को गया रेलवे स्टेशन से दो महिला रेल गार्डों ने मालगाडियों का परिचालन शुरू कराया. ये दोनों महिला गार्डों के कमान में मुगलसराय तक दोनों मालगाड़ियां गयीं. इसके बाद मालगाड़ियों का परिचालन दूसरे गार्डों के हवाले कर दिया गया. स्टेशन प्रबंधक बीएन प्रसाद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 19, 2018 6:41 AM
गया : पूर्व मध्य रेल के मुगलसराय मंडल में पहली बार बुधवार को गया रेलवे स्टेशन से दो महिला रेल गार्डों ने मालगाडियों का परिचालन शुरू कराया. ये दोनों महिला गार्डों के कमान में मुगलसराय तक दोनों मालगाड़ियां गयीं. इसके बाद मालगाड़ियों का परिचालन दूसरे गार्डों के हवाले कर दिया गया. स्टेशन प्रबंधक बीएन प्रसाद ने बताया कि मालगाड़ियों के मुगलसराय स्टेशन पर आगमन के बाद स्टेशन डायरेक्टर हिमांशु शुक्ला ने उनका अभिनंदन किया व सुरक्षित परिचालन के लिए उनकी प्रशंसा की.
स्टेशन प्रबंधक के नेतृत्व में मालगाड़ी की कमान प्रशिक्षु गार्ड पायल रानी के साथ गार्ड सुधा कुमारी ने व दूसरी मालगाड़ी की कमान प्रशिक्षु गार्ड रीतू रेखा साह के साथ गार्ड ज्योतिका कुमारी ने संभाली. स्टेशन प्रबंधक ने कहा कि महिलाओं को सम्मान, अधिकार, आर्थिक अवसर सहित अन्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए केंद्र व राज्य सरकारों ने विभिन्न योजनाएं लागू की हैं.
महिलाओं कासशक्तीकरण सरकार की प्राथमिकता में है. उन्होंने बताया कि नारी सशक्तीकरण की मिसाल देते हुए बुधवार को गया रेलवे स्टेशन से मुगलसराय तक मालगाड़ी ट्रेनों का परिचालन महिला गार्ड द्वारा कराया गया. यह महिला सशक्तीकरण को और अधिक मजबूती देने में कारगार साबित होगा. स्टेशन प्रबंधक ने कहा कि निस्संदेह सहजता से हर एक दिन भिन्न-भिन्न भूमिकाएं जीते हुए महिलाएं किसी भी समाज का स्तंभ हैं.
हमारे आस-पास महिलाएं, सहृदय बेटियां, संवेदनशील माताएं, सक्षम सहयोगी और अन्य भूमिकाओं को कुशलता और सौम्यता से निभा रही हैं. उनको समाज में उचित व सम्मानजनक स्थिति में पहुंचाने के लिए रेलवे ने भी महिलाओं के लिए कई कार्याें की जिम्मेदारी दी है. गौरतलब है कि ये मालगाड़ियां माधोपुर से गया रेलवे स्टेशन आयी थीं. इसके बाद महिला गार्डों द्वारा दोनों ट्रेनों को मुगलसराय स्टेशन तक भेजा गया. मुगलसराय से इलाहाबाद स्टेशन के लिए दूसरे गार्ड द्वारा ट्रेनों को भेजा गया.

Next Article

Exit mobile version