विरोध हुआ जम कर, पर प्रखंड प्रमुख ने बचा ली अपनी कुर्सी

नीमचक बथानी प्रखंड में प्रमुख के अविश्वास प्रस्ताव के दौरान प्रमुख मनोज कुशवाहा अपना पद बचाने में कामयाब हुए. शुक्रवार की सुबह मत विभाजन को लेकर पूर्व प्रमुख रंजीत यादव व उनके साथ पांच सदस्य सदन में पहुंचे और प्रमुख की ओर से सिर्फ अकेले प्रमुख सदन में पहुंचे. जब मतदान शुरू हुआ तो पांच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 21, 2018 9:55 AM

नीमचक बथानी प्रखंड में प्रमुख के अविश्वास प्रस्ताव के दौरान प्रमुख मनोज कुशवाहा अपना पद बचाने में कामयाब हुए. शुक्रवार की सुबह मत विभाजन को लेकर पूर्व प्रमुख रंजीत यादव व उनके साथ पांच सदस्य सदन में पहुंचे और प्रमुख की ओर से सिर्फ अकेले प्रमुख सदन में पहुंचे.

जब मतदान शुरू हुआ तो पांच वोट रंजीत यादव को और एक वोट रद्द हो गया. उक्त बात का पत्ता जैसे ही समर्थकों को लगा समर्थकों ने हंगामा शुरू कर दिया. इस मामले की सूचना मिलने पर नीमचक बथानी एसडीओ मनोज कुमार, डीएसपी रमेश कुमार दूबे, कार्यपालक दंडाधिकारी मोहम्मद कलामुद्दीन सहित अतरी थानाध्यक्ष निवास कुमार, गहलौर ओपी प्रभारी मनोज कुमार सहित अन्य लोग पहुंचे.

सरेन पंचायत की पंचायत समिति सदस्य पिंकी देवी ने आरोप लगाया मुझे बीडीओ द्वारा बैलेट पर ऐसा करने को बताया गया था और उधर रंजीत यादव के समर्थक बीडीओ के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. समर्थक दोबारा चुनाव कराने की मांग कर रहे थे.

बाद में रंजीत यादव ने एक प्रेस वार्ता कर कहा कि चुनाव का पिंकी देवी प्रकरण के बाद हमलोगों ने बहिष्कार कर दिया था और चुनाव हुआ ही नहीं है. वहीं, बीडीओ निर्मल कुमार के अनुसार प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने की सूचना जिलाधिकारी को भेज दी गयी है.

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