चुस्त सुरक्षा से ऑन नहीं कर पाये बमों का टाइमर
बोधगया : पिछले 19 जनवरी को महाबोधि मंदिर के बाहर सहित अन्य दो स्थानों पर बम प्लांट करने के मामले में गिरफ्तार तीन आतंकियों को लेकर एनआईए की टीम शुक्रवार को बोधगया पहुंची. आतंकियों को साथ रख कर प्वाइंटिंग आउट मेमो तैयार किया गया व बमों को प्लांट किये गये स्थानों व रास्तों की उनसे […]
बोधगया : पिछले 19 जनवरी को महाबोधि मंदिर के बाहर सहित अन्य दो स्थानों पर बम प्लांट करने के मामले में गिरफ्तार तीन आतंकियों को लेकर एनआईए की टीम शुक्रवार को बोधगया पहुंची. आतंकियों को साथ रख कर प्वाइंटिंग आउट मेमो तैयार किया गया व बमों को प्लांट किये गये स्थानों व रास्तों की उनसे पहचान करायी गयी.
आतंकियों में कौशर उर्फ बोमा मिजान, तुहीन उर्फ शाहीन व आदिल शामिल है. कौशर के बारे में बताया गया कि वह वर्द्धमान विस्फोट में भी संलिप्त रहा है. पूछताछ के दौरान आतंकियों ने बताया कि सुरक्षा के चुस्त इंतजाम के कारण वे बमों की चाबी नहीं निकाल सके थे, जिसके कारण उसका टाइमर ऑन नहीं हो पाया व विस्फोट नहीं हो सका था.
उन्होंने यह भी बताया कि बमों को प्लांट करने के बाद वापस लौटते वक्त उनके पास रहे एक हैंड ग्रेनेड को गया के घुघरीटांड़ के पास मधुसूदन कॉलोनी के रोड नंबर सात के पास स्थित एक पानीवाले तालाब में फेंक दिया था. इस पर एनआईए की टीम उन्हें मधुसूदन कॉलोनी भी लेकर पहुंची. फिलहाल उक्त स्थान में पानी भरा हुआ है. टीम में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि पकड़े गये तीनों आतंकी जेहादूल मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमडी) के सदस्य हैं.
बोधगया में बमों को प्लांट करने से पहले चार-पांच मर्तबा रेकी भी की थी. शुक्रवार को जब उन्हें कड़ी सुरक्षा में बोधगया लाया गया, तो उन्होंने बर्मा मोड़ से बोधगया स्वास्थ्य केंद्र व जगन्नाथ मंदिर होते हुए महाबोधि मंदिर क्षेत्र में प्रवेश करने की बात बतायी. इसके बाद श्रीलंका बौद्ध मठ के बाहर व कालचक्र मैदान के पास भी बमों को प्लांट करने की गतिविधियों को दर्शाया.
इस दौरान एनआईए की टीम ने उनकी वीडियोग्राफी करायी व बमों को प्लांट किये जाने के पहले किस रास्ते से कौन आया था, इसकी जानकारी प्राप्त की. एनआईए की टीम में 10 व एसटीएफ के पांच अधिकारी तीनों आतंकियों को लेकर बोधगया पहुंचे थे. स्थानीय स्तर पर बोधगया थानाध्यक्ष शिव कुमार महतो व एमयू थानाध्यक्ष अबुजर हुसैन अंसारी ने उनका सहयोग किया. आतंकियों के बोधगया में प्वाइंटिंग आउट मेमो के दौरान महाबोधि मंदिर क्षेत्र से लेकर कालचक्र मैदान तक की सुरक्षा बेहद कड़ी कर दी गयी थी.