अस्थिकलश के बहाने राजनीतिक नैया पार कराना चाहती है भाजपा : मांझी

गया : पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के अस्थि विसर्जन के नाम पर भाजपा 2019 की नैया पार करना चाहती है. जिंदा रहते हुए पूर्व प्रधानमंत्री को भाजपा नेताओं ने पूछा तक नहीं. उनके जाने के बाद उनकी अस्थि को पूरे देश में प्रवाहित किया जा रहा है. भाजपा नेताओं को यह पता है कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 24, 2018 4:22 AM

गया : पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के अस्थि विसर्जन के नाम पर भाजपा 2019 की नैया पार करना चाहती है. जिंदा रहते हुए पूर्व प्रधानमंत्री को भाजपा नेताओं ने पूछा तक नहीं. उनके जाने के बाद उनकी अस्थि को पूरे देश में प्रवाहित किया जा रहा है. भाजपा नेताओं को यह पता है कि 2019 में उनका समय जानेवाला है. इसलिए इसके सहारे ही अपनी राजनीतिक नैया पार करना चाहते हैं. यह बातें हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेकुलर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने गुरुवार को गोदावरी मुहल्ला स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए कहीं.

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता को बातों से बहुत दिनों तक नहीं बहलाया जा सकता है. एनडीए की असलियत को जनता अब पहचान चुकी है. उन्होंने कहा कि बिहार में अपराध का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है. नैतिकता का पाठ पढ़ानेवाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस पर नियंत्रण करने में पूरी तौर से फेल साबित हो रहे हैं. इसलिए अब उन्हें अपनी नाकामी की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए. इस संबंध में जल्द ही गिरती विधि-व्यवस्था पर बिहार के नये राज्यपाल लालजी टंडन से मिल कर राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की जायेगी.

अस्थिकलश के बहाने..
अपहरण कांड की जांच सीबीआई से हो : उन्होंने कहा कि हाल के दिनों आधा दर्जन से अधिक लोगों का अपहरण गया जिले में कर लिया गया है. इनमें से एक पर से पर्दा उठाने में यहां की पुलिस पूरी तौर पर विफल साबित हुई है. डुमरिया से विकास कुमार, कोंच के रजनीश कुमार पाठक, गया शहर से स्वर्ण व्यवसायी संतोष कुमार, चंदौती थाने का मुखबिर चंदन कुमार सिन्हा का अब तक कोई पता नहीं चला सका है. शहर के विभिन्न थानों में अपहरण के मुकदमे दर्ज कराये गये हैं. इसके साथ ही शहर में डकैती की घटना का भी उद्भेदन नहीं हो सका है. इन सभी मामलों को जांच के लिए सीबीआई को सौंप देना चाहिए, ताकि इसमें पीड़ित को न्याय मिल सके. उन्होंने कहा कि हर रोज प्रदेश में नये-नये स्कैंडल उजागर हो रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट ने यहां की कानून व्यवस्था पर टिप्पणी कर चुकी है कि सरकार की देखरेख में सारी आपराधिक घटनाएं हो रही हैं. इसके बाद भी यहां सुरक्षा की बात करना बड़ी बेमानी होगी. उन्होंने कहा कि यहां बेटियां पूरी तौर से असुरक्षित हैं. विहिया में महिला को नंगा कर घुमाया जाता है. सरकार इसमें पूरी तौर से चुप्पी साधे हुए है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य में गिरती कानून-व्यवस्था पर राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की
कहा, जनता को बातों से बहुत दिनों तक नहीं बहलाया जा सकता

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