बोधगया : बोधगया के मस्तीपुर स्थित प्रज्ञा ज्योति बुद्धिस्ट नवीस स्कूल एंड मेडिटेशन सेंटर में रहने वाले असम के बाल भिक्षुओं के साथ यहां के प्रभारी द्वारा किये जा रहे अनैतिक कार्यों का खुलासा होने के बाद बौद्ध मठों पर एक बार फिर से सवाल खड़े हो गये हैं. लोगों के बीच इस बात की चर्चा शुरू हो चुकी है कि बोधगया स्थित विभिन्न देशों के बौद्ध मठों में रहनेवाले बौद्ध भिक्षुओं द्वारा धर्म-कर्म की आड़ में घिनौना काम किया जा रहा है. हालांकि, पिछले दिनों ही हाइकोर्ट ने सरकार से बोधगया स्थित विभिन्न देशों के बौद्ध मठों के कार्यकलापों व निर्माण आदि गैरकानूनी कार्यों की जानकारी मांगी थी. लोगों ने बौद्ध मठों के व्यवसायीकरण पर तो सवाल पहले से ही उठाते रहे हैं,
अब मठों के अंदर अनैतिक कार्यों का भी खुलासा होने लगा है. हालांकि, फिलहाल इस मामले की गहनता से जांच शुरू कर दी गयी है और यह पता लगाया जा रहा है कि इस तरह का खेल कब से चल रहा है. बहरहाल, बुद्ध की ज्ञान स्थली पर स्थित विभिन्न देशों के बौद्ध मठों व बुद्ध के उपदेशों के प्रचारक व अहिंसा के पुजारी कहे जानेवाले भिक्षुओं द्वारा बच्चों के साथ ऐसे कृत्य भी किये जा रहे हैं. इस घटना के बाद प्रशासन द्वारा दूसरे बौद्ध मठों की स्कैनिंग की योजना भी तैयार की जा रही है.