असम भवन में रात गुजारने परिजन के साथ पहुंचे थे बच्चे

गया : प्रज्ञा ज्योति बुद्धिस्ट नोविस स्कूल एंड मेडिटेशन सेंटर चलानेवाले भंते संघ प्रिय द्वारा बच्चों के साथ अनैतिक यौनाचार का मामला सामने आने पर बोधगया पहुंचे बच्चों के परिजनों ने तहकीकात की तो भंते भड़के उठे. परिजन जब कुछ बच्चों को अपने साथ ले जाने की बात कही, तो असम के 15 बच्चों को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 30, 2018 4:49 AM

गया : प्रज्ञा ज्योति बुद्धिस्ट नोविस स्कूल एंड मेडिटेशन सेंटर चलानेवाले भंते संघ प्रिय द्वारा बच्चों के साथ अनैतिक यौनाचार का मामला सामने आने पर बोधगया पहुंचे बच्चों के परिजनों ने तहकीकात की तो भंते भड़के उठे. परिजन जब कुछ बच्चों को अपने साथ ले जाने की बात कही, तो असम के 15 बच्चों को संचालक ने बाहर निकाल दिया.

इसके साथ ही संचालक ने कहा कि सभी बच्चों को अपने साथ ले जाओ. बच्चों का कपड़ा तक संचालक ने नहीं दिया. सूत्र बताते हैं कि संचालक भंते अपनी संस्था को चलाने के लिए 22 कमरे मस्तीपुर में बना रखे हैं. बच्चों का शोषण किये जाने का शक किसी को नहीं हो इसके लिए भंते बोधगया में होनेवाले धार्मिक कार्यक्रम में बढ़-चढ़ कर भाग लेता था. सूत्र बताते हैं कि भंते बाहरी रूप से पूरी तौर से बौद्धिस्ट होने का चोला पहन रखा है. इधर, परिजनों ने बताया कि जब संस्था के संचालक ने बच्चों का कपड़ा नहीं दिया, तो घर से लाये गमछा व टी-शर्ट पहना कर बच्चों को घर ले जा रहे हैं.

हर तरह की क्रूरता की हद
अधिकारी का जैसा निर्देश होगा, बच्चे जायेंगे वहां
इधर, चाइल्ड लाइन से जुड़े मनोज कुमार ने बताया कि बच्चों के साथ शोषण किये जाने की सूचना पर टीम के साथ असम भवन पहुंच कर जांच-पड़ताल की. वरीय अधिकारी भी इस मामले की तहकीकात कर रहे हैं. कई बच्चों ने प्रताड़ित किये जाने की बात कही है. उन्होंने कहा कि जिस तरह का आदेश अधिकारी से मिलेगा, बच्चों को वहां भेजने के बारे में निर्णय लिया जायेगा.
बोधगया डीएसपी के नेतृत्व में बनायी गयी जांच टीम
डरे सहमे थे सभी बच्चे
असम भवन में बोधगया से पहुंचे बच्चे बहुत ही डरे सहमे थे. कई बच्चों को अब तक यहां की भाषा भी समझ में नहीं आ रही थी. पूछा कुछ जा रहा था, वे अपने गांव की भाषा में जवाब दे रहे थे. कई बच्चे असम भवन के कमरे में पुलिसवालों व मीडियाकर्मियों की भारी भीड़ को देख कर भी घबराये दिखे. चेहरा पर साफ झलक रहा था कि अपने परिजनों की मौजूदगी में बच्चे जरूर वहां की मारपीट से निजात मिल जाने की बात मान रहे थे. लेकिन, भीड़ में तरह-तरह के सवाल से बच्चे बहुत घबरा रहे थे. पुलिस अधिकारी बच्चों को सांत्वना देते दिखे गये कि डरने की अब कोई बात नहीं है. हर तरह की सुरक्षा सभी को दी जायेगी.
इधर, सिटी डीएसपी राजकुमार साह ने बताया कि बच्चे ठीक से नहीं बोल पा रहे हैं. बच्चों का बयान लिया जा रहा है. बच्चों के पांच परिजन यहां पहुंचे हैं. बच्चों ने बताया कि अब भी 15-16 बच्चे संस्था में और हैं. उनके बारे में भी पता लगाया जा रहा है. बच्चों ने दुर्व्यवहार व मारपीट किये जाने की बात कही है. जांच के बाद सब कुछ सामने आ जायेगा.

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