शहर के तीन प्रतिष्ठानों पर इनकम टैक्स का छापा, मिले ” एक करोड़ व्यवसायियों में हड़कंप

गया : इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने शहर में गुरुवार को तीन जगहों पर छापे मारे. कर चोरी के मामले में डिपार्टमेंट की इस कार्रवाई से शहर में हड़कंप की स्थिति बनी रही. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से जुड़े अधिकारियों की मानें, तो गुरुवार की रात साढ़े 11 बजे तक कार्रवाई जारी थी.उनका कहना है कि कागजात […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 28, 2018 6:00 AM
गया : इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने शहर में गुरुवार को तीन जगहों पर छापे मारे. कर चोरी के मामले में डिपार्टमेंट की इस कार्रवाई से शहर में हड़कंप की स्थिति बनी रही. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से जुड़े अधिकारियों की मानें, तो गुरुवार की रात साढ़े 11 बजे तक कार्रवाई जारी थी.उनका कहना है कि कागजात की जांच व संस्थान में रखे सामान की जांच की जा रही है.
रातभर कार्रवाई जारी रहने की बात पता चली, जरूरत हुई ताे शुक्रवार काे भी जांच का क्रम जारी रखा जायेगा. इनकम टैक्स की टीम ने मीर अबूह सालेह रोड स्थित जीवन रेखा डॉयग्नोस्टिक एंड नर्सिंग होम, रमना रोड के सर्राफा मंडी के बैजू भूषणालय व कालीबाड़ी स्थित डॉ लक्ष्मी नारायण के क्लिनिक में छापेमारी की. इनकम टैक्स के ज्वांइट कमिश्नर रोहित राज के निर्देश पर हुई इस कार्रवाई में सभी प्रतिष्ठानों के कागजात की जांच की गयी है.
सूत्रों की मानें, तो इन सभी प्रतिष्ठानों द्वारा लंबे समय से कर में गड़बड़ी की शिकायत मिल रही थी. विश्वस्त सूत्राें की मानें ताे आइटी की टीम भाैचक्का रह गयी जब जीवनरेखा डायग्नाेस्टिक सेंटर एंड नर्सिंग हाेम में छापेमारी के दाैरान अलग-अलग कमराें में सात-आठ बैग में छिपाकर रखे गये एक कराेड़ रुपये नगद मिले. आइटी अधिकारी ने बताया कि जांच के दाैरान पाया गया कि लेखा-जाेखा कहीं भी सही नहीं है. कागजात में काफी कुछ गड़बड़ी दिख रही है.
आय-व्यय से जुड़े कागजात की भी जांच : इनकम टैक्स से जुड़े अधिकारियों ने इन सभी प्रतिष्ठानों में आय-व्यय से जुड़े कागजात को खंगाला. पिछले कुछ वर्षों में इन प्रतिष्ठानों द्वारा अर्जित संपत्ति व उससे जुड़े कागजात की भी जांच की गयी. सूत्रों की मानें, तो इन प्रतिष्ठानों ने इनकम टैक्स को गलत ब्योरा देते हुए काफी बड़ी रकम के कर की चोरी की है.
हालांकि, इनकम टैक्स के अधिकारियों की मानें, तो अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी, क्योंकि बिना सभी कागजात की जांच किये यह पता लगाना मुश्किल है कि इन प्रतिष्ठानों के द्वारा कितना कर चोरी किया गया है. इस टीम में आयकर अधिकारी मुकेश कुमार व सुनील कुमार गुप्ता व दीपक श्रीवास्तव शामिल थे.

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