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कचरे के साथ पॉलीथिन दिया, तो होगा फाइन

गया : 25 अक्तूबर से पॉलीथिन पर सरकार की ओर से रोक को प्रभावी तौर पर लागू करने की घोषणा के बाद नगर निगम के कर्मचारी भी लोगों को जागरूक करने में जुट गये हैं. नगर निगम से शहर के 53 वार्डों में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन करनेवाले कर्मचारी कचरा लेते वक्त साफ कह रहे हैं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 6, 2018 7:31 AM
गया : 25 अक्तूबर से पॉलीथिन पर सरकार की ओर से रोक को प्रभावी तौर पर लागू करने की घोषणा के बाद नगर निगम के कर्मचारी भी लोगों को जागरूक करने में जुट गये हैं. नगर निगम से शहर के 53 वार्डों में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन करनेवाले कर्मचारी कचरा लेते वक्त साफ कह रहे हैं कि पॉलीथिन कचरा में देना बंद कर दें अन्यथा जुर्माना लगाया जायेगा.
शहर से हर दिन निकलने वाले लगभग 250 टन कचरे में पॉलीथिन की मात्रा करीब 50 टन होती है. पॉलीथिन के उपयोग के बाद लोग नालों में फेंक देते हैं. इसके कारण शहर के नालों के जाम की शिकायत जगह-जगह से मिलती है. नगर निगम में घरों से निकलने वाले गीले कचरे से जैविक खाद बनाने का काम शुरू किया गया है.
घरों के कचरे में पॉलीथिन आने के कारण कचरा छंटनी करने में भी भारी परेशानी होती है. इन सब से निजात पाने के लिए यह तरीका अपनाया जा रहा है. शहर के लोग यह आदत डाल लें कि पॉलीथिन का उपयोग बाजार से सामान घर तक लाने के लिए नहीं करना है.
निगम ने की प्लानिंग, चलाया जायेगा वार्डों में जागरूकता अभियान : नगर निगम ने प्लानिंग की है कि शहर के 53 वार्डों में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित कर पॉलीथिन का उपयोग बंद करने व कचरा यत्र-तत्र नहीं फेंकने के लिए लोगों को जागरूक किया जायेगा.
इसकी शुरुआत वार्ड नंबर 47, 48 व 49 में लोगों को जागरूक से की गयी है. लोगों से घर-घर जाकर अपील की गयी है कि पॉलीथिन का उपयोग नहीं करें. इसके साथ कचरा को निगम द्वारा हर घर में दिये गये गीला-सूखा कचरा के लिए दिये गये डस्टबीन में रखें और डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन करने आनेवाले निगम के कर्मचारी को कचरा सौंपे. लोगों ने इस अभियान की सराहना की है और जीवनशैली में उतारने का भी संकल्प लिया है.

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